प्रमोशन का लालच देकर महिला टीचरों का शोषण करता था धार्मिक संस्था का प्रमुख, पीड़िता ने बताई आपबीती

चीफ खालसा दीवान अकाली दल और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से भी पुरानी संस्था है. यह सामाजिक, धार्मिक कार्यों के साथ कई स्कूल और चेरिटेबल अस्पतालों का भी संचालन करती है. चरणजीत सिंह पर आरोप है कि वह संस्था के स्कूलों की टीचर्स का प्रमोशन करने के ऐवज में उनका यौन शोषण करता था.

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प्रमोशन का लालच देकर महिला टीचरों का शोषण करता था धार्मिक संस्था का प्रमुख, पीड़िता ने बताई आपबीती

Aanchal Pandey

  • December 30, 2017 7:51 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

अमृतसर. यह साल बाबाओं का पर्दाफाश करने के लिए भी जाना जाएगा. राम रहीम, वीरेंद्र देव दीक्षित जैसे कई नामी हस्तियों की ‘गंदी बात’ इस साल सामने आईं. इस फेहरिस्त में धार्मिक संस्था की आड़ में महिलाओं का शोषण करने वाला एक और नाम जुड़ गया है. यह नाम है चरणजीत सिंह चड्ढा. सिखों की 115 साल पुरानी संस्था ‘चीफ खालसा दीवान’ का मुखिया महिला अध्यापिकाओं को प्रमोशन का लालच देकर उन्हें अंतरंग पल बिताने को मजबूर करता था. चरणजीत का वीडियो वायरल होने के बाद उसे संस्था ने अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है. धनराज सिंह को कार्यकारी प्रधान नियुक्त किया गया है. मामला दर्ज होने के बाद वह फरार है. 

इस मामले पर महिला टीचर ने वीडियो कैमरे के सामने आकर खुद इस व्यभिचारी की पोल खोली. महिला ने कहा कि मैं सोच भी नहीं सकती थी कि बेटी-बेटी कहने वाला कोई शख्स इतनी गंदी सोच का मालिक होगा. महिला ने खुद को यौन शोषण का शिकार बताते हुए 85 साल के इस बाबा की पोल खोली. वह राजनीतिक रसूख और संस्था मुखिया होने के नाते महिला टीचरों को प्रमोशन का लालच देता था. इसके बदले उनके जिस्म की मांग करता था. महिला ने कहा कि उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. इस खौफ से फिलहाल वह अमृतसर से बाहर पनाह लिए हुए है.

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उसकी गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं. जिसके बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस जांच में सामने आया कि चरणजीत सिंह चड्ढा की कारगुजारी उसके होटल के ही कर्मचारियों ने एक कैमरे में कैद की थी. उन लोगों ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से महिला अध्यापिका और चड्ढा का अश्लील वीडियो बनाया था. वीडियो बनाने के बाद इन लोगों ने चड्ढा को ही ब्लैकमेल कर उससे 1 लाख 20 हजार रुपये ऐंठ लिए थे. इसके बाद उनका लालच बढ़ता गया और उससे पांच लाख रुपयों की मांग कर डाली. इस बार चड्ढा ने पैसे देने से मना कर ब्लैकमेलिंग की शिकायत कर डाली. पुलिस ने इंद्रजीत सिंह और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया, बाद में वे जमानत पर रिहा हो गए. मामला दर्ज होने के बाद इंद्रजीत और उसके साथियों ने ही चरणजीत सिंह चड्ढा और अध्यापिका का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.

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