आम आदमी पार्टी - आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन को पिछले महीने प्रस्ताव दिया था. इस पर राजन ने कहा था कि शिकागो विश्वविद्यालय में अपनी पूर्णकालिक अकादमिक नौकरी छोड़ने की उनकी कोई योजना नहीं है.
नई दिल्ली. जनवरी 2018 में होने वाले राज्यसभा चुनावों को लेकर आम आदमी पार्टी दुविधा में फंसी है. जहां एक ओर पार्टी नेताओं के बीच राज्यसभा जाने के लिए घमासान मचा हुआ है, गुटबंदी चल रही है. वहीं दूसरी ओर अपने अपने क्षेत्रों के सात दिग्गजों ने आम आदमी पार्टी के द्वारा उन्हें राज्यसभा भेजे जाने का प्रस्ताव ठुकरा दिया है. जनवरी में होने वाले राज्यसभा चुनावों को देखते हुए सबसे पहले अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन से संपर्क किया था. लेकिन राजन ने आप के प्रस्ताव में कोई रुचि नहीं दिखाई. बता दें कि दिल्ली में राज्यसभा की तीन सीटें हैं और पूर्ण बहुमत होने के कारण आम आदमी पार्टी तीन लोगों को राज्यसभा भेज सकती है.
सूत्रों के अनुसार आम आदमी पार्टी ने अपनी पार्टी की टिकट पर राज्यसभा भेजने के लिए आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन, इंफोसिस के संस्थापक एनएम नारायणमूर्ति, उद्योगपति सुनील मुंजाल, नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी, पूर्व मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी से संपर्क किया था. लेकिन सभी ने मना कर दिया. इसके पीछे कारण केजरीवाल और केंद्र सरकार के साथ टकराव और आप की नीतियों को माना जा रहा है.
बता दें कि इन दिनों आम आदमी पार्टी में राज्यसभा टिकट को लेकर घमासान मचा है. आम आदमी पार्टी मुख्यालय में गुरुवार को कुमार विश्वास समर्थकों ने डेरा-डंडा डालकर उन्हें राज्यसभा भेजने की मांग की थी जिन्हें हटाने के लिए पुलिस बुलानी पड़ गई. वहीं इस घमासान के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीटर पर एक पुराना इंटरव्यू रीट्वीट किया जिसमें वो कह रहे हैं, “जिन जिन लोगों को देश के लिए काम करना है वो पार्टी में आएं. जिन-जिन लोगों को पद और टिकट का लालच है, आज पार्टी छोड़कर चले जाएं. वो गलत पार्टी में आ गए हैं. 16 जनवरी को राज्यसभा की 4 सीटों के लिए चुनाव और 1 सीट के लिए उप-चुनाव है जिसमें 3 सीटें दिल्ली की हैं और ये तीनों सीटें इस बार आम आदमी पार्टी के पाले में हैं. बाकी 2 सीटों में एक सिक्किम की है और दूसरी यूपी की वो राज्यसभा सीट है जो मनोहर पर्रिकर के इस्तीफे से खाली हुई है. इन सारी सीटों के लिए 30 दिसंबर से नामांकन शुरू हो रहा है जिसकी आखिरी तारीख 5 जनवरी है.
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