यही नहीं, खबर के मुताबिक हथुरासिंघे ने टीम के सेलेक्शन में भी पूरे कंट्रोल की मांग की है. इसका मतलब है कि जो खिलाड़ी हथुरासिंघे के कायदों पर खरा नहीं उतरेगा उसे टीम में सेलेक्ट भी नहीं किया जाएगा. हथुरासिंघे ने ट्रेनिंग सेशन में खिलाड़ियों को बता दिया अगर इस दौरान वह संगीत सुनना चाहते हैं तो फिर घर जाकर सुन सकते हैं.
क्रिकेट में जब भी कोई टीम खराब प्रदर्शन करती है तो उस पर सख्त कदम उठाना कोई नहीं बात नहीं है. भारतीय टीम के साथ भी ऐसा होता है. जब टीम खराब खेल रही होती है तो बीसीसीआई विदेशी दौरे पर उनकी पत्नी को साथ ले जाने के लिए मना कर देती है अब श्रीलंका टीम को भी खराब प्रदर्शन का भुगतान भुगतना पड़ा. मौजूदा वक्त में अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही श्रीलंका की टीम को फिर से विश्व स्तर पर चैंपियन टीम बनाने के लिए श्रीलंका के कोच चंदिका हथुरासिंघे ने कुछ ऐसे कदम उठाए हैं जो चर्चा का विषय बन सकते हैं. हथुरासिंघे ने फरमान जारी किया है कि अब से श्रीलंका की टीम के ट्रेनिंग सेशन में म्यूजिक पर पाबंदी लगा दी जाएगी. समाचार एजेंसी एएफपी की खबर के मुताबिक हथुरासिंघे के कहना है कि टीम को 2019 के वर्ल्डकप के लिए तैयार करने के लिए वह बेहद कड़े कदम उठाने जा रहे हैं.
यही नहीं, खबर के मुताबिक हथुरासिंघे ने टीम के सेलेक्शन में भी पूरे कंट्रोल की मांग की है. इसका मतलब है कि जो खिलाड़ी हथुरासिंघे के कायदों पर खरा नहीं उतरेगा उसे टीम में सेलेक्ट भी नहीं किया जाएगा. हथुरासिंघे ने ट्रेनिंग सेशन में खिलाड़ियों को बता दिया अगर इस दौरान वह संगीत सुनना चाहते हैं तो फिर घर जाकर सुन सकते हैं.श्रीलंका की टीम अब बांग्लादेश का दौरा करने वाली है. इस साल लंकाई टीम बुरी तरह से नाकाम रही है. भारत दौरे पर टी20 सीरीज में व्हाइटवॉश होने के साथ ही श्रीलंका का नाकाम साल खत्म हुआ है. इस साल श्रीलंका ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट्स में कुल 57 मुकाबले खेले हैं जिनमें से उसे महज 14 मुकाबलों में ही जीत मिली जबकि 40 मुकाबलों में उसे हार का सामना करना पड़ा है.
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