संसद- लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ जिसके बाद दोनों सदनों को कुछ देर के लिए स्थगित कर दिया गया और इसके बाद इसी मुद्दे पर सदन में हंगामा देखा गया.
नई दिल्ली. आज संसद के दोनों सदनों में केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े के संविधान पर बयान को लेकर कांग्रेस ने भारी हंगामा किया. लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामे के बाद बाद दोनों सदनों की कार्यवाही को दोपहर तक के लिए स्थगित कर दिया गया. राज्यसभा में हंगामा उस समय शुरू हुआ जब दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाने के लिए सभापति एम वेंकैया नायडू ने हेगड़े का नाम पुकारा. इसी दौरान विपक्षी सदस्यों ने उनके बयान का मुद्दा उठाना शुरू कर दिया. सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अभी तक हमें एक बयान पर स्पष्टीकरण नहीं मिला और दूसरा बयान आ गया.
ससद में आज विपक्ष ने कहा कि जिस शख्स को संविधान में भी भरोसा नहीं है, उसे मंत्री पद पर बने रहने का भी हक नहीं है. विपक्ष ने हेगड़े के इस्तीफे की मांग की है. संसद शुरू होते ही राज्य सभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यदि किसी नेता को संविधान में विश्वास नहीं है तो उसे संसद सदस्य होने का भी कोई हक नहीं है. कांग्रेस ने हेगड़े के इस्तीफे की मांग की है. राज्यसभा में कार्यवाही शुरु होते ही कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के मंत्री के बयान पर जमकर हंगामा किया. सदन में हेगड़े के खिलाफ ‘शर्म करो, शर्म करो’ के नारे लगाए गए. बता दें कि ब्राह्मण युवा परिषद की सभा में हेगड़े ने कहा था कि बीजेपी संविधान को बदलने के लिए सत्ता में आई है. अनंत हेगड़े ने कहा था कि जो लोग ख़ुद को धर्मनिरपेक्ष और बुद्धिजीवी मानते हैं, उनकी अपनी ख़ुद की कोई पहचान नहीं होती है, वो अपनी जड़ों से अंजान होते हैं.