उज्जैन के महाकाल मंदिर में दिव्यांग पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा के साथ बदसलूकी, MP सरकार में मंत्री ने जताया अफसोस

अरुणिमा सिन्हा तड़के साढ़े तीन से चार बजे के बीच अपनी दो सहयोगी महिलाओं के साथ महाकाल मंदिर में होने वाली भस्मारती में शामिल होने आई थीं. मंदिर के सुरक्षाकर्मियों एवं कर्मचारियों ने उसे उसकी दो सहयोगी महिलाओं के साथ गर्भगृह में जाने से दो बार रोका

Advertisement
उज्जैन के महाकाल मंदिर में दिव्यांग पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा के साथ बदसलूकी, MP सरकार में मंत्री ने जताया अफसोस

Aanchal Pandey

  • December 26, 2017 9:29 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

भोपाल. दुनिया की पहली दिव्यांग पर्वतारोही और एवरेस्ट पर तिरंगा फहरा चुकीं अरुणिमा सिन्हा के साथ उज्जैन के महाकाल मंदिर में बदसलूकी हुई है. इस घटना की जानकारी होने पर मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री भूपेंद्र सिंह ने दुख जताया है. मध्य प्रदेश के गृह और यातायात मंत्री भूपेंद्र सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि इस घटना का हमें बेहद अफसोस है. घटना के जांच के आदेश दे दिए गए हैं. पर्वतारोही के साथ बदसलूकी करने वालों को बख्सा नहीं जाएगा.

भूपेंद्र सिंह ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि अरुणिमा आप देश का गौरव हैं, भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में आपका स्वागत है. अरुणिमा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ट्विटर पर लिखा, “आपको ये बताते हुए बहुत दु:ख है कि मुझको एवरेस्ट चढ़ने में इतनी दिक्कत नहीं हुई, जितनी महाकाल मंदिर उज्जैन में हुई. वहां मेरी दिव्यंगता का मजाक बना.

बता दें कि कृत्रिम पैर के दम पर माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली अरुणिमा सिन्हा उज्जैन के महाकाल मंदिर में अव्यवस्था की शिकार हुई. अरुणिमा के मुताबिक, रविवार को मैं 4.30 बजे उज्जैन के महाकाल मंदिर दर्शन के लिए पहुंची थीं. मुझे यहां मंदिर समिति के कर्मचारियों ने पहले तो एलईडी स्क्रीन के पास बैठा दिया. फिर जब मैं गर्भगृह की ओर जाने लगीं तो दो जगह रोका गया.

मंदिर के सूत्रों के मुताबिक सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें नंदीगृह-गर्भगृह तक पहुंचने में दो बार रोका. जिनके साथ बहस करते हुए अरुणिमा रो पड़ी. अरुणिमा जाते वक्त आंसू पोंछते हुए बोली- जहां साक्षात शिव रहते हैं, वहां पर्वत पर चढ़ने में इतनी दिक्कत नहीं हुई, जितनी यहां दर्शन में हुई. वहीं इस मामले में महाकाल के प्रशासनिक अधिकारी का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए हुई. उन्होंने कहा, दिव्यांगों के लिए रैंप है और मैं सुरक्षा कर्मियों से पूछूंगा कि उन्होंने क्यों रोका. हम सीसीटीवी भी चेक करेंगे ताकि दोषी का पता लगाया जा सकें.

दो बच्चों की मां ने 5 दिन के अंदर दूसरी बार माउंट एवरेस्‍ट फतह कर बनाया विश्व रिकॉर्ड

Tags

Advertisement