कुलभूषण जाधव व उनकी मां और पत्नी के बीच बनी शीशे की दीवार को पाकिस्तान ने सुरक्षा कारणों से जरूरी बताया है. लेकिन भारत में पाकिस्तान के कदम का विरोध हो रहा है. जिसके चलते पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करके इस मामले पर सफाई दी है
इस्लामाबादः कुलभूषण जाधव ने अपनी मां और पत्नी से 21 माह के लंबे इंतजार के बाद इस्लामाबाद में मुलाकात की लेकिन इनके बीच शीशे दीवार थी. कुलभूषण जाधव और उनके मां, पत्नी के बीच शीशे की दीवार को लेकर भारत की ओर पाकिस्तान की कड़ी आलोचना हो रही है. आलोचना पर पाकिस्तान ने बयान जारी कर इसे सुरक्षा के जरूरी करार दिया है. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैजल ने मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा कि कुलभूषण जाधव और उनकी मां व पत्नी के बीच शीशे की दीवार सुरक्षा कारणों से जरूरी थी. उन्होंने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि कुलभूषण जाधव अपनी मां और पत्नी से मिलेंगे लेकिन उनके बीच सुरक्षा दीवार जरूर होगी.
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि यह एक मानवीय मुलाकात थी. डॉ. मोहम्मद फैजल ने कहा कि कुलभूषण जाधक की उनकी मां और पत्नी की मुलाकात के वक्त भारतीय डिप्लोमेट जेपी सिंह भी मौजूद थे जिन्हें मुलाकात की अनुमति थी लेकिन मिल नहीं सकते थे. हमने जाधव के कहने पर उनकी मुलाकात को 10 मिनट तक और बढ़ा दिया था.
बता दें कि पाकिस्तान की जेल में जासूसी के आरोप में फांसी की सजा भुगत रहे कुलभूषण जाधव की अपने परिजनों से मुलाकात के चलते वहां के विदेश मंत्रालय ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. जिसके चलते पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव व उनकी मां और पत्नी के बीच शीशे की दीवार बनाई थी.
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