बच्चों की मौत का मामला: मैक्स हॉस्पिटल को अब दिल्ली मेडिकल काउंसिल ने थमाया नोटिस, 15 दिन में मांगा जवाब

दिल्ली के शालीमार बाग स्थित मैक्स हॉस्पिटल में पिछले दिनों दो प्रीमेच्योर बच्चों ने जन्म दिया था. इस मामले में डॉक्टरों ने बच्चों को मृत बताकर परिजनों को थमा दिया था. परिजनों ने आरोप लगाया कि एक बच्चे में हलचल हुई थी. लापरवाही के इस केस में दिल्ली की अरविंद केजरीवाल की सरकार ने अस्पताल का लाइसेंस कैंसिल करने के आदेश दिए थे.

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बच्चों की मौत का मामला: मैक्स हॉस्पिटल को अब दिल्ली मेडिकल काउंसिल ने थमाया नोटिस, 15 दिन में मांगा जवाब

Aanchal Pandey

  • December 23, 2017 1:07 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली। जिंदा बच्चे को मृत बताने के बाद चर्चाओं में आए दिल्ली के शालीमार बाग स्थित मैक्स हॉस्पिटल की मुश्किलें फिर से बढ़ती दिख रही हैं. दिल्ली मेडिकल काउंसिल ने आरोपी डॉक्टर्स और अन्य लोगों के खिलाफ नोटिस जारी किया है. दिल्ली मेडिकल काउंसिल ने 9 डॉक्टर्स और 2 नर्सेज को नोटिस भेजा गया है. जिनको नोटिस भेजा गया है, उनमें एक मैक्स अस्पताल की वरिष्ठ गॉयनेकोलोजिस्ट भी शामिल है. दिल्ली मेडिकल काउंसिल ने नोटिस भेजकर मामले पर 15 दिन के अंदर जवाब मांगा है.

दिल्ली सरकार द्वारा मैक्स हॉस्पीटल का लाइसेंस कैंसिल करने का फैसला पलटकर फाइनेंस कमिश्नर ने मैक्स हॉस्पीटल को बड़ी राहत दी थी. फाइनेंस कमिश्नर ने मैक्स हॉस्पिटल का लाइसेंस करने के आदेश पर रोक लगा दी थी जिसके बाद फिर से अस्पताल में नए सिरे से मरीजों का इलाज शुरू हो गया था. दिल्ली सरकार के फैसले के बाद उपराज्यपाल अनिल बैजल ने यह मामला कोर्ट ऑफ फाइनेंस कमिश्नर के पास भेज दिया था.

इससे पहले दिल्ली सरकार ने तीन सदस्यीय समिति का गठन कर मैक्स हॉस्पीटल पर जांच बिठाई थी. इस समिति ने अपनी रिपोर्ट में अस्पताल को तय मेडिकल नियमों का पालन न करने का दोषी पाया था. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने रिपोर्ट के आधार पर कहा था कि अस्पताल ने बच्चे की ईसीजी नहीं किया था, जिससे पता चलता कि बच्चे की मौत नहीं हुई थी कि नहीं. इसके अलावा बिना लिखित निर्देश के बच्चे को मां-बाप को सौंप दिया गया और जिंदा और मृत बच्चे को अलग-अलग नहीं रखा गया. 

बता दें कि दिल्ली के शालीमार बाग के मैक्स अस्पताल में 2 जुड़वां बच्चों की प्रीमैच्योर डिलीवरी हुई थी. समय से पहले हुई डिलीवरी के बाद डॉक्टरों ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया गया, लेकिन इनमें से एक बच्चे के शरीर में हरकत होने के बाद उसे जिंदा पाकर परिवार ने मैक्स अस्पताल पर भारी लापरवाही का आरोप लगाया था. फाइनेंस कमिश्नर के फैसले के बाद बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को जमकर घेरा था. बीजेपी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने ट्वीट कर पूछा था कि सही बताइये कितने में डील हुई है. 

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