नई दिल्ली. सिविल सर्विस एग्जाम 2015 की टॉपर 22 साल की टीना डाबी हैं. दिल्ली यूनिवर्सिटी में पॉलिटिकल साइंस की छात्र टीना की इस कामयाबी से जहां उनका परिवार बहुत ही खुश है, तो वहीं वह कई परिक्षार्थियों के लिए वह एक प्रेरणा भी बन गई हैं. इंडिया न्यूज़ को दिए अपने इंटरव्यू में टीना ने अपनी सफलता की कहानी बताई है. उनका कहना है कि यह देश की सबसे बड़ी परीक्षा होती है, इसमें धीरज रखना बहुत जरूरी है.
टीना से जब यह पूछा गया कि उनके सामने सबसे बड़ा चैलेंज क्या था, तब उन्होंने बताया कि यूपीएससी की परीक्षा देश की सबसे बड़ी परीक्षा है. यहां अलग-अलग स्ट्रीम के लोग पेपर देने बैठते हैं, अलग-अलग उम्र के लोग इस परीक्षा में अपनी किस्मत आजमाते हैं, यही सोच-सोच कर डर लगता था. उन्होंने कहा, ‘इतने सारे लोगों से प्रतिस्पर्धा है यही बात सबसे ज्यादा डरावनी थी. कैसे इतने सारे लोगों के होते हुए पढ़ते रहना है. ये बहुत बड़ा चैलेंज है’.
टीना ने कहा कि इस परीक्षा के लिए बहुत ज्यादा वक्त देना पड़ता है, जिसके लिए धीरज रखना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा, ‘ये बहुत लंबे समय की प्रक्रिया है. पूरे एक साल तक की पढ़ाई इसमें काम आती है. अंत तक एक आशा बनाए रखना, धीरज बनाए रखना बहुत जरूरी है, ये सबसे मुश्किल का काम होता है और सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण भी’.
टीना ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देते हुए कहा है कि उनकी मां ने उनके साथ एक टीम की तरह काम किया है. उन्होंने कहा, ‘पढ़ाई के दौरान सब छोड़ना पड़ता है, जिसके लिए किसी न किसी का हमेशा आपके साथ रहना बहुत जरूरी होता है. मेरी मां हमेशा मेरे साथ रहीं और यही मेरी सफलता का सबसे बड़ा कारण है’.
बता दें कि दिसम्बर 2015 मेंस एग्जाम के बाद मार्च और मई में इंटरव्यू और पर्सनालिटी टेस्ट हुआ था जिसके बाद अपॉइंटमेंट के लिए आज फाइनल लिस्ट जारी की गई. सभी चयनित उम्मीदवारों को उनके मेरिट के हिसाब से इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज, इंडियन फॉरेन सर्विसेज, इंडियन पुलिस सर्विसेज और सेंट्रल सर्विसेज के ग्रुप A और ग्रुप B में नियुक्ति दी जायेगी.
टीना जहां पहले स्थान पर रही हैं, तो वहीं दूसरे नम्बर पर जम्मू-कश्मीर के अतहर आमिर उल शफी खान रहे. जसमीत सिंह संधू को तीसरा स्थान मिला.