हिमाचल प्रदेश की विधानसभा चुनावों के परिणामों का असर बीजेपी पर अच्छा और बुरा दोनों तरह का रहा है. एक तरफ राज्य में बीजेपी की सरकार जीत रही है वहीं हिमाचल प्रदेश में बीजेपी कैंडिडेट और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल सुजानपुर सीट से चुनाव हार गए हैं. इसी दौरान बीजेपी हाई कमान से जयराम ठाकुर को बुलाया गया है. इसी के साथ ये कयास तेज हो गये हैं कि जय राम ठाकुर हिमाचल प्रदेश के सीएम बनाए जा सकते हैं.
नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी के लिए हिमाचल प्रदेश से अच्छी और बुरी दोनों खबरें एक साथ आई हैं. एक तरफ पार्टी की सरकार बनने जा रही है लेकिन उसके सीएम कैंडिडेट और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल सुजानपुर सीट से चुनाव हार गए हैं. बीजेपी संसदीय बोर्ड की मीटिंग दिल्ली में सोमवार की शाम में हो रही है और उससे पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने चौथी बार विधायक बने जयराम ठाकुर को दिल्ली बुला लिया है. माना जा रहा है कि अगर पार्टी धूमल को सीएम बनाकर उप-चुनाव के रास्ते विधानसभा में लाने का फैसला नहीं करती है तो उस सूरत में सिराज सीट से जीते जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं. धूमल ही हार से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा भी सीएम पद की रेस में आ गए हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के भरोसेमंद नेता हैं.
जय राम ठाकुर 2007 में बीजेपी की प्रेम कुमार धूमल सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री थे. ठाकुर पहली बार विधानसभा 1998 में पहुंचे थे जब उन्होंने कांग्रेस को हराया था. जयराम ठाकुर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में काम किया है. भाजपा में सक्रिय होने के बाद जयराम ठाकुर भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा और फिर बाद में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. 1965 में मंडी जिले के थुनाग में पैदा हुए जयराम ठाकुर के लिए अमित शाह ने सिराज में कहा था कि उन्हें सरकार बनने पर सीएम की बगल वाली कुर्सी पर बिठाया जाएगा. धूमल की हार के बाद समय इस तरह से जयराम ठाकुर के पक्ष में बदलता दिख रहा है कि वो सीएम की कुर्सी के बगल में नहीं, बल्कि सीधे सीएम की कुर्सी पर ही बिठा दिए जाएं.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 के अब तक के रुझान के मुताबिक बीजेपी 44, कांग्रेस 20 और अन्य 4 सीटों पर आगे हैं. अब तक 15 सीटों के आधिकारिक नतीजे आ चुके हैं जिसमें बीजेपी 9, कांग्रेस 5 और सीपीएम 1 सीट जीत चुकी हैं. 48 परसेंट से ज्यादा वोट लेकर बीजेपी 44 सीटों जीतकर 68 सीटों वाली विधानसभा में आराम से बहुमत के ऊपर चल रही है. बीजेपी को 2012 में 26 सीटें मिली थीं जिसमें मोटा-मोटी 18 सीटों की बढ़त दिख रही है. वहीं कांग्रेस 2012 की 36 सीटों से गिरकर 20 सीटों पर जाती दिख रही है. कांग्रेस ने मौजूदा सीएम वीरभद्र सिंह को ही सीएम कैंडिडेट बनाया था. वीरभद्र और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह दोनों ही अपनी-अपनी सीटों पर आगे चल रहे हैं.
https://youtu.be/WEne7E5YTdM