इंटरपोल ने भारतीय एजेंसियों को झटका देते हुए जाकिर नाईक के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने से मना कर दिया था जिस पर जाकिर ने खुशी जताते हुए कहा कि इसी तरह उनके देश की एजेंसियां भी उन पर लगे झूठे आरोपों को हटा लेंगी.
नई दिल्लीः विवादित इस्लामी उपदेशक डॉक्टर जाकिर नाईक के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने से इन्कार करके राष्ट्रीय जांच एजेंसियों को झटका दिया है. इंटरपोल के इस फैसले पर जाकिर नाईक ने खुशी जताते हुए जाकिर ने कहा कि इस फैसले से मुझे काफी खुशी हो रही है, मैं उम्मीद करता हूं कि मेरे देश की एजेंसियां भी मेरे ऊपर लगे झूठे चार्ज वापस लेंगी. इंटरपोल के इस फैसले पर जाकिर ने कहा कि मेरे ऊपर लगे चार्ज गलत हैं उम्मीद है कि बहुत जल्द ये चार्ज भी हट जाएंगे.
बता दें कि शनिवार को इंटरपोल ने जाकिर नाईक के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की मांग से मना कर दिया था. जिसके बाद जाकिर के प्रवक्ता ने दावा किया था कि इंटरपोल ने जाकिर नाईक के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस रद्द कर दिया है और दुनियाभर में मौजूद अपने दफ्तरों को उनका डाटा को कहा है. वहीं सीबीआई ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया था. सीबीआई ने कहा था कि इस मामले में भारतीय जांच एजेंसी ही कुछ कह सकती है.
जाकिर पर क्या हैं आरोप?
डॉक्टर जाकिर नाईक के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) और भारतीय दंड विधान की धारा 20 (b), 153 (a), 295 (a), 298 and 505 (2) के तहत आरोप लगे हैं
रिपोर्ट्स के मुताबिक जाकिर मलेशिया में रह रहा है. बता दें कि बांग्लादेश में आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों ने जब जाकिर से प्रभावित होने की बात कबूली थी, तो वो 1 जुलाई, 2016 को भारत से भाग गया था. जाकिर के खिलाफ केस नवंबर 2016 में केस दर्ज किया गया और दिसंबर 2016 में जाकिर के एनजीओ को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बैन कर दिया था.
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