शादी से बाहर सेक्स के लिए मर्दों के अलावा औरतों पर भी होगी कानूनी कार्रवाई, तय करेगा सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने IPC के सेक्शन 497 की वैधता को चुनौती देने वाली याचिका पर केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. कोर्ट ने कहा कि जीवन के हर तौर तरीकों में महिलाओं को समान माना गया है तो व्याभिचार मामले में अलग से बर्ताव क्यों

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शादी से बाहर सेक्स के लिए मर्दों के अलावा औरतों पर भी होगी कानूनी कार्रवाई, तय करेगा सुप्रीम कोर्ट

Aanchal Pandey

  • December 8, 2017 2:03 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली. क्या शादी से बाहर सेक्स के लिए मर्दों के अलावा औरतों पर भी कानूनी कार्रवाई हो सकती है. इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा. लैंगिक समानता के मामले में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने IPC के सेक्शन 497 की वैधता को चुनौती देने वाली याचिका पर केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. कोर्ट ने कहा जब संविधान महिला और पुरूष दोनों को बराबर मानता है तो आपराधिक केसों में ये अलग क्यों ? दरअसल केरल के एक्टीविस्ट जोसफ साइन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर IPC 497 की वैधता को चुनौती दी है. उनका कहना है कि पहले के तीन फैसलों में इसे बरकरार रखा गया और संसद को कानून में संशोधन करने की छूट दी गई.

मामले पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि जीवन के हर तौर तरीकों में महिलाओं को समान माना गया है तो इस मामले में अलग से क्यों बर्ताव ? जब अपराध को महिला और पुरुष दोनों की सहमति के किया गया हो तो महिला को सरंक्षण क्यों दिया गया. IPC का सेक्शन 497 एक विवाहित महिला को सरंक्षण देता है भले ही उसके दूसरे पुरुष से संबंध हों. ये सेक्शन महिला को पीडित ही मानता है भले ही अपराध को महिला और पुरुष दोनों ने किया हो.

मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वो इस प्रावधान की वैधता पर सुनवाई करेगा. कोर्ट ने कहा कि किसी भी आपराधिक मामले में महिला के साथ अलग से बर्ताव नहीं किया जा सकता जब दूसरे अपराध में लैंगिक भेदभाव नहीं होता. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पति महिला के साथ वस्तु की तरह बर्ताव नहीं कर सकता और महिला को कानूनी कार्रवाई से सरंक्षण मिलना चाहिए. कोर्ट ने कहा कि ये पुराना प्रावधान लगता है जब समाज में प्रगति होती है तो पीढियों की सोच बदलती है. कोर्ट ने कहा कि इस बारे में नोटिस जारी किया जाता है और आपराधिक केसों में सामान्य तटस्थता दिखानी चाहिए.

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