नई दिल्ली. वन रैंक वन पैंशन को लेकर पूर्व सैनिकों की रिले भूख हड़ताल शुक्रवार को खत्म हो गई है. बता दें कि पूर्व सैनिक पिछले 320 दिनों से अपनी मांगों को लेकर जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं. सैन्यकर्मियों के प्रवक्ता पूर्व कर्नल (सेवानिवृत्त) अनिल कौल ने कहा कि क्रमिक भूख हड़ताल को फिलहाल निलंबित कर दिया गया है. क्योंकि हम कानूनी रास्ता अख्तियार करेंगे.
उन्होंने यह भी कह कि हमें लगता है कि रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर हमसे किए गए अपने वादे को अब पूरा करेंगे.वहीं दूसरी ओर वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह देश के सबसे बड़े कोर्ट में उनकी कानूनी लड़ाई लड़ेंगे.
जेठमलानी ने किया आश्वस्त
जेठमलानी ने कहा कि मैं 93 साल का हूं और मैं किसी भी दिन मर सकता हूं. लेकिन मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि यह तब तक नहीं होगा. जब तक कि मैं आपको सुप्रीम कोर्ट से न्याय नहीं दिला दूं.
14 मार्च को रक्षा मंत्री से हुई थी मुलाकात
अनिल कौल ने कहा कि जब हमारी 14 मार्च को रक्षा मंत्री से मुलाकात हुई थी. तो उन्होंने कहा था कि हम आपकी समस्या को सुलझाएंगे पर पहले सर से बंदूक तो हटाइए, तो हमने बंदूक हटा ली. वहीं आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) सतबीर सिंह ने दावा किया कि जेठमलानी ओआरओपी की मांग को लेकर अगले तीन-चार दिनों में सुप्रीम कोर्ट में मामला दायर करेंगे और वह कोई फीस नहीं लेंगे. उन्होंने बताया कि सशस्त्र बल अधिकरण में चार और मामले दाखिल किए गए हैं.