नई दिल्ली. कर्ज नहीं चुकाने के मामले में फंसे उद्योगपति विजय माल्या की मुसीबतें बढ़ती ही जा रही हैं. विदेश मंत्रालय ने ब्रिटिश उच्चायुक्त को एक चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में विजय माल्या को भारत को सौंपने की मांग की गई है. विजय माल्या को देश में वापस लाने की कवायद के चलते ही उनका पासपोर्ट भी विदेश मंत्रालय ने रद्द कर दिया है.
9000 करोड़ के कर्ज में डूबे हैं माल्या
विजय माल्या, किंगफिशर एयरलाइंस, युनाइटेड ब्रेवेरीज होल्डिंग्स और किंगफिशर फिनवेस्ट इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट में लोन चुकाने के लिए ऑफर के दस्तावेज जमा किए थे. गौरतलब हो कि विजय माल्या और किंगफिशर एयरलाइंस ने 17 बैंको से 9000 करोड़ का कर्ज लिया था.
माल्या अब भी विदेश में
अदालत द्वारा बैंक से माल्या के मौजूदा ठिकानों के बारे में पूछे जाने पर बैंक ने कहा कि माल्या अब भी विदेश में हैं और भारत से लंदन जाने के बाद उन्होंने बैंक के अधिकारियों के साथ दो वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दो मुलाकातें भी की थीं. माल्या और किंगफिशर एयरलाइंस पर बैंकों के गठजोड़ का 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है. अकेले एसबीआई को ही कंपनी से 1,600 करोड़ रुपये से अधिक वसूलने हैं.