श्रीहरिकोटा. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) ने आज भारत का सातवां नेविगेशन उपग्रह लॉन्च किया है. यह भारत की अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. आइआरएनएसएस-1जी नाम के इस उपग्रह को श्रीहरिकोट स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से आज दोपहर 12.50 बजे प्रक्षेपित किया गया.
बता दें कि इसके सफल प्रक्षेपण के बाद भारत अमेरिका और रूस की कतार में शामिल हो गया जिनके पास दिशा सूचक जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी तकनीक है.
मोदी ने ट्वीट कर दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो की इस सफलता पर इसरो की टीम को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष विज्ञान में हमारे वैज्ञानिकों ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं. हमारे वैज्ञानिकों ने देशवासियों को बड़ा उपहार दिया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस उपग्रह की उम्र 12 साल होगी और इसमें दिशा सूचक और रेंजिंग के लिए दो पे लोड्स लगाये गये हैं. इस नेविगेशन उपग्रह की कुल लागत करीब 910 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
1,500 किलोमीटर तक के विस्तार क्षेत्र की देगा जानकारी
आईआरएनएसएस-1जी सैटेलाइट उपयोगकर्ताओं के लिए 1,500 किलोमीटर तक के विस्तार में देश और इस क्षेत्र की स्थिति की सटीक जानकारी देगा. अब तक भारत के द्वारा 6 क्षेत्रीय उपग्रहों (आईआरएनएसएस -1 ए, 1बी, 1सी, आईडी, 1ए और 1जी) का प्रक्षेपण किया जा चुका है.