बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा किसानों के साथ कलेक्टर कार्यालय के बाहर कपास और सोयाबीन पैदा करने वाले किसानों के प्रति सरकार की कथित बेरूखी का विरोध कर रहे थे. इसी दौरान अकोला पुलिस ने सैकड़ों किसानों समेत उन्हें हिरासत में ले लिया. पुलिस ने उन्हें 5 घंटे से ज्यादा वक्त से बैठाए रखा गया. जिसके बाद ठिठुरती ठंड से परेशान सिन्हा पुलिस पर बिफर पड़े.
अकोलाः बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा को सोमवार शाम अकोला पुलिस ने हिरासत में ले लिया. सिन्हा अकोला जिला कलेक्टर के कार्यालय के बाहर विदर्भ क्षेत्र के किसानों के साथ महाराष्ट्र सरकार का विरोध कर रहे थे. इसी दौरान सैकड़ों किसानों के साथ पुलिस ने यशवंत सिन्हा को हिरासत में ले लिया. दरअसल यशवंत सिन्हा किसानों के साथ कलेक्टर कार्यालय के बाहर कपास और सोयाबीन पैदा करने वाले किसानों के प्रति सरकार की कथित बेरूखी का विरोध कर रहे थे.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अकोला के एसपी राकेश कालासागर ने बताया, ‘हमने बंबई पुलिस कानून की धारा-68 के प्रावधानों के तहत जिला कलेक्ट्रेट के बाहर करीब 250 किसानों सहित यशवंत सिन्हा को हिरासत में लिया.’ कालासागर ने आगे कहा कि हिरासत में लिए गए लोगों को अकोला जिला पुलिस मुख्यालय के मैदान लाया गया था.
पुलिस मुख्यालय के ग्राउंड में यशवंत सिन्हा समेत हिरासत में लिए गए सभी किसानों को 5 घंटे से ज्यादा वक्त से बैठाए रखा गया. जिसके बाद ठिठुरती ठंड से परेशान सिन्हा पुलिस पर बिफर पड़े. उन्होंने वहां मौजूद पुलिस अधिकारी से कहा, ‘हम इंसान हैं कि जानवर. हमें यहां बैठाकर रखे हो हमारा कोई इंतजाम नहीं किया. अगर पांच मिनट के भीतर हमारी व्यवस्था नहीं की तो पूरी पुलिस लाइन जला दूंगा.’
बताते चलें कि ये कोई पहली बार नहीं है कि किसानों के पक्ष में सिन्हा ने बीजेपी सरकार का विरोध किया हो. वह अक्सर मोदी सरकार की नीतियों का विरोध करते रहे हैं. हाल में सिन्हा ने नोटबंदी और जीएसटी को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला था. इस दौरान उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर अर्थव्यवस्था का कबाड़ा करने का आरोप लगाया था. जिसके बाद यशवंत सिन्हा के बेटे और मोदी सरकार में मंत्री जयंत सिन्हा ने केंद्र सरकार का बचाव किया था.
GST पर जंग जारी, यशवंत सिन्हा ने वित्त मंत्री को बताया बोझ, बोले- पद छोड़ें जेटली