दिल्ली के शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल के डॉक्टर एपी मेहता और विशाल गुप्ता को निकाल दिया गया है. इन्होंने ही एक नवजात शिशु को मृत बताकर उसका अंतिम संस्कार करने के लिए परिजनों को प्लास्टिक के बैग में बच्चे को सौंप दिया था. पुलिस ने मामले में FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
नई दिल्लीः मैक्स हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने लापरवाही बरतने वाले दोनों डॉक्टरों एपी मेहता और विशाल गुप्ता को निकाल दिया है. डॉक्टर एपी मेहता और विशाल गुप्ता ने ही एक नवजात शिशु को मृत बताकर उसका अंतिम संस्कार करने के लिए परिजनों को प्लास्टिक के बैग में बच्चे को सौंप दिया था. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने अस्पताल प्रशासन को नोटिस भेजा था, जिसके बाद आरोपी डॉक्टरों को अस्पताल से निकाल दिया गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मामले के तूल पकड़ते ही रविवार रात भारी दबाव में अस्पताल प्रशासन ने यह फैसला लिया. इस गंभीर मामले में डॉक्टरों की लापरवाही उजागर होने के बाद से अस्पताल की साख पर सवाल उठ रहे थे. फिलहाल पुलिस मामले में जांच की बात कह रही है.
क्या था मामला
दिल्ली के शालीमार बाग स्थित मैक्स हॉस्पिटल में गुरुवार को एक महिला ने जुड़वा बच्चों (एक लड़का और एक लड़की) को जन्म दिया था. परिजनों के अनुसार, डिलीवरी के समय बच्ची की मौत हो गई थी. डॉक्टरों ने दूसरे नवजात की हालत भी नाजुक बताई. डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया लेकिन एक घंटे बाद डॉक्टरों ने दूसरे बच्चे को भी मृत घोषित कर दिया. अस्पताल प्रशासन ने दोनों बच्चों की डेड बॉडी को प्लास्टिक के बैग में लपेटकर परिजनों को सौंप दिया. परिजन बच्चों के शवों को लेकर घर लौट रहे थे.
रास्ते में बच्चों के नाना ने प्लास्टिक बैग में कुछ हलचल महसूस की. उन्होंने फौरन बैग खोलकर देखा तो नवजात जीवित था. परिजन उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले गए, जहां बच्चे का इलाज चल रहा है. बच्चे के नाना ने बताया, ‘जब मुझे बैग में हलचल महसूस हुई तो एक वक्त के लिए मैं हैरान रह गया. मैंने पार्सल फाड़ा तो देखा बच्चे की सांसें चल रही थीं. हम तुरंत उस बच्चे को पास में ही मौजूद अग्रवाल अस्पताल ले गए.’ बता दें कि पुलिस ने मामले में FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. CM अरविंद केजरीवाल ने भी इस मामले में रिपोर्ट मांगी है.
मैक्स हॉस्पिटल केसः दिल्ली पुलिस ने अस्पताल को भेजा नोटिस, डॉक्टर-स्टाफ ड्यूटी की जानकारी मांगी