जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के आदेश के बाद 4327 युवाओं पर लगे 744 मामलों को वापस ले लिया गया. माना जा रहा है कि कश्मीर सरकार, राज्य के युवाओं के जीवन के सही दिशा देना चाहती है.
श्रीनगर. जम्मू कश्मीर में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने 4,327 पत्थरबाजों पर चल रहे मुकदमे को वापस लेने का आदेश दिया है. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने जानकारी दी कि पुलिस महानिदेशक एसपी वैद्य के नेतृत्व वाली विशेषाधिकार प्राप्त समिति की सिफारिश के बाद यह फैसला लिया गया है. बताया गया कि घाटी के युवाओं पर लगे पत्थरबाजी के मुकदमों को पुलिस की समीक्षा के बाद वापस लिया गया था. पुलिस ने साल 2008 से 2014 के बीच युवाओं पर लगे पत्थरबाजी के इन मुकदमों की समीक्षा शुरू की. इसके बाद अपने पहले फैसले में सरकार ने 634 कश्मीरी युवाओं पर लगे 104 मुकदमों को वापस ले लिया था. लेकिन बीते बुधवार को राज्य की मुख्यमंत्री मुफ्ती के आदेश के बाद लगभग 4327 युवाओं पर लगे 744 मामलों को भी वापस लिया गया.
प्रवक्ता ने यह भी जानकारी दी कि साल 2015 के बाद जो भी मामले दर्ज हुए हैं उच्च स्तरीय कमिटी को उनकी भी समीक्षा करने का आदेश दिया गया है. उन्होंने बताया कि कश्मीर सरकार राज्य के युवाओं के जीवन के सकारात्मक दिशा देना चाहती है. बता दें कि हाल ही में एक कश्मीरी युवा फुटबॉलर माजिद इरशाद आतंक का रास्ता छोड़कर घर लौटा था. माजिद ने अपने मां-बाप और कश्मीर पुलिस की अपील के बाद सरेंडर कर दिया था.
गौरतलब है कि कश्मीर में पत्थरबाजी के मामले आम हैं. कई बार ऐसा भी देखने को मिला है जब सुरक्षा बल किसी आतंकी के साथ मुठभेड़ में जुटे हों और कश्मीरी युवाओं की भीड़ उनपर पत्थर बरसा रही हो.
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