अगरतला. आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि उन्होंने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) से बातचीत शुरू करने की कोशिश की थी लेकिन संगठन ने उन्हें जवाब में एक सिर कटे व्यक्ति की तस्वीर भेजकर उनके इस प्रयास पर पानी फेर दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि आईएस के ऐसे बर्ताव से इस तरह मेरे शांति वार्ता के प्रयास का अंत हो गया है.
‘ISIS नहीं चाहता कोई शांति वार्ता’
उन्होंने मीडिया से बातचीत दौरान कहा कि मुझे लगता है कि आईएसआईएस कोई शांति वार्ता नहीं चाहता. इसलिए उससे सेना के माध्यम से निपटना होगा. इसके अलावा उन्होंने देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में शांति लाने की आवश्यकता पर जोर दिया. आध्यात्मिक गुरु ने क्षेत्र के उग्रवादी संगठनों के साथ सरकार से शांति वार्ता करने का आग्रह किया है.
‘मेरा मकसद सभी धर्मों को साथ जोड़ना है’
रविशंकर ने कहा कि उनका मकसद सभी संस्कृतियों, धर्मों, मतों और विचारधाराओं को एक साथ जोड़ना है. इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण ने दिल्ली के यमुना खादर में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के आरोप में ‘आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन’ पर जो पांच करोड़ रुपये जुर्माना लगाने का फैसला दिया था, वह राजनीति से प्रेरित था.