पटना. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि भारत ने अपनी जनसंख्या नीति तो नई बदला तो हर धर्म के लिए दो बच्चों की नीति लागू नहीं किया तो भारत में बेटियां सुरक्षित नहीं रहेंगी हो सकता कि पाकिस्तान की तरह हमें उन्हें भी पर्दे में रखना पड़े. गिरिराज सिंह ने पश्चिम चम्पारण के बगहा में यह भाषण दिया.
गिरिराज ने कहा कि देश में एक ऐसा कानून लाने की जरूरत है जिसके अधीन धर्म और संप्रदाय से ऊपर उठकर प्रत्येक दंपती दो बच्चे पैदा कर सके. केंद्र में हमारी सरकार है लेकिन जब कोई जनसरोकारी विधेयक लाते हैं तो कांग्रेस समेत अन्य विरोधी दल उसे पारित नहीं होने देते.
‘घट रही है हिंदुओं की जनसंख्या’
गिरिराज सिंह ने कहा कि आजादी के बाद देश में हिंदुओं की आबादी 90 फीसदी थी, जो आज कम होकर 72-74 फीसदी रह गई है. जिस तरह हमने आर्यावर्त ( भारत का पुराना नाम) और जम्बू द्वीप खोया, उसी तरह भारतवर्ष भी खो देंगे. साधु-संत धर्म को बचा सकते हैं. इसलिए उन्हें अपनी धर्म यात्रा सालभर जारी रखनी चाहिए. गिरिराज सिंह ने कहा कि हिंदू को दो और मुसलमान को भी दो ही बच्चे होने चाहिए. हमारी आबादी घट रही है. बिहार में सात जिले ऐसे हैं जहां हमारी जनसंख्या घट रही है. जनसंख्या नियंत्रण के नियम को बदलना होगा. तभी हमारी बेटियां सुरक्षित रहेंगी. नहीं तो हमें भी पाकिस्तान की तरह अपनी बेटियों को पर्दे में बंद करना होगा.
कई जिलों का किया जिक्र
उन्होंने बिहार किशनगंज और अररिया जिले का जिक्र किया, जहां मुस्लिम आबादी, हिंदू जनसंख्या की बजाय तेजी से बढ़ रही है. स्थानीय बीजेपी सांसद सतीश दूबे और आरएसएस नेता नगेंद्रजी भी स्टेज पर मौजूद थे. साथ ही उन्होंने कहा कि वे जंबूद्वीप और आर्यावर्त खो चुके हैं और अगर अब जनसंख्या नीति पर काम नहीं किया गया तो भारतवर्ष को भी खो देंगे.