UP में बिक रहे रेप के VIDEO, जितनी साफ क्वालिटी उतने ज्यादा दाम

राजधानी लखनऊ की नाका हिंडोला मार्केट में रेप के वीडियो बेचे जा रहे हैं. रेप के वीडियो के लिए मशहूर हो चुके इस ग्रे मार्केट में 'लोकल फिल्म' के नाम से इन वीडियो को बेचा जा रहा है. इस मार्केट से नाका हिंडोला पुलिस स्टेशन महज 500 मीटर की दूरी पर है. हैरानी की बात यह है कि रेप के वीडियो के लिए मशहूर हो चुकी इस मार्केट में हो रहे अवैध कामों की भनक अभी तक पुलिस को क्यों नहीं लगी?

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UP में बिक रहे रेप के VIDEO, जितनी साफ क्वालिटी उतने ज्यादा दाम

Aanchal Pandey

  • November 27, 2017 10:56 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

लखनऊः यूपी की राजधानी लखनऊ में इन दिनों एक खास वीडियो की डिमांड काफी बढ़ गई है. इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स के लिए शहर की मशहूर नाका हिंडोला मार्केट में एक ऐसा बिजनेस धड़ल्ले से हो रहा है, जिसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे. एक अंग्रेजी अखबार की खबर के अनुसार, नाका हिंडोला मार्केट में रेप के वीडियो बेचे जा रहे हैं. रेप के वीडियो के लिए मशहूर हो चुके इस ग्रे मार्केट में ‘लोकल फिल्म’ के नाम से इन वीडियो को बेचा जा रहा है. इस मार्केट से नाका हिंडोला पुलिस स्टेशन महज 500 मीटर की दूरी पर है. हैरानी की बात यह है कि रेप के वीडियो के लिए मशहूर हो चुकी इस मार्केट में हो रहे अवैध कामों की भनक अभी तक पुलिस को क्यों नहीं लगी?

रेप या फिर सहमति से बनाए गए शारीरिक संबंध के ज्यादातर वीडियो (इसमें चोरी-छिपे बनाए गए वीडियो भी शामिल हैं) ब्लैकमेल करने की नीयत से बनाए जाते हैं, लेकिन लखनऊ के इस बाजार में ये वीडियो अब कारोबार का रूप ले चुके हैं. खबर के मुताबिक, जान-पहचान के लोगों को ही ये ‘लोकल फिल्म’ दी जाती है. मेमोरी कार्ड, पेन ड्राइव के जरिए इन वीडियो की खरीद-फरोख्त होती है. रेप के वीडियो बेचने वाले कमलेश (बदला हुआ नाम) ने बताया कि अब लोग पाइरेटेड सीडी नहीं बल्कि रेप के वीडियो मांगते हैं. रेप के वीडियो काफी तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं.

10 से 30 मिनट के एक वीडियो की कीमत 300 से 500 रुपये प्रति वीडियो के बीच होती है. वीडियो की क्वालिटी पर इनकी कीमत तय की जाती है. कमलेश ने बताया कि कई एजेंट उन्हें ये वीडियो उपलब्ध कराते हैं. इस काम से जुड़े खरीदार 2000 से 5000 हजार रुपये प्रति वीडियो खरीदते हैं फिर उन्हें क्लीन किया जाता है. क्लीन करने का मतलब, रेपिस्ट के चेहरे को ब्लर किया जाता है लेकिन पीड़िता के चेहरे को जस का तस दिखाया जाता है. जिन वीडियो में ऑडियो साफ होता है उनकी मांग ज्यादा है और वह महंगे बिकते हैं. वीडियो को खरीदने वाले यूपी से नहीं बल्कि आसपास के राज्यों से भी इस मार्केट में आते हैं. कमलेश की मानें तो दिनभर में वह करीब 100 से 200 ‘लोकल फिल्म’ बेचते हैं. कमलेश ने बताया कि इन वीडियो को खरीदने वालों में ज्यादातर युवा, खासकर छात्र शामिल हैं.

 

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