एक बार फिर विवादित ट्वीट कर विरोध झेल रहे परेश रावल को टिवीट डिलीट कर माफी मांगनी पड़ी. इस बार रजवाड़ों की तुलना बंदरों से करने पर बुरे फंसे थे रावल हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि उन्होंने ये ट्वीट रजवाड़ों के लिए नहीं किया था. अगर किसी को ठेस पहुंची है तो वह माफी मांगते हैं
राजकोटः भाजपा सांसद व अभिनेता परेश रावल ने रजवाड़ों की तुलना बंदर से करने वाले अपने बयान पर विवाद बढ़ता देख सफाई दी है. परेश रावल ने कहा कि उन्होंने राजपूतों को नहीं बल्कि बंदर की तरह उछल कर पाकिस्तान दी गोद में बैठ जाने वाले हैदराबाद के निजाम को लक्ष्य कर ऐसा कहा था. उन्होंने कहा कि अगर इसके बाद भी अगर उनके बयान से राजपूत समाज की भावना को ठेस पहुंची है तो उसके लिए खेद है और माफी मांगते हैं. बता दें कि गुजरात में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए परेश रावल ने राजा-रजवाड़ों को बंदर कह दिया. जिसके बाद क्षत्रिय समुदाय विरोध में उतर आया था.
विरोध के बाद परेश रावल ने बोला कि मैं राजपूत समुदाय के सभी लोगों से बिना किसी शर्त के माफी मांगता हूं. मैं नहीं जानता कि मैंने वे शब्द क्यों बोले. कभी भी मेरा इरादा किसी समुदाय की भावनाओं को आहत करने का नहीं रहा.
सरदार बल्लभ भाई पटेल पर बोलते हुए परेश रावल ने कहा था कि सरादार पटेल ने देश को एक किया. ये राजा-रजवाड़े, जो बंदर थे, उनको सही किया था, सीधा किया था.
पहले भी ट्वीट के चलते विवादों में फंसे थे परेश रावल
परेश रावल ने पहले भी ट्वीट कर विवादों में आ गए थे. जिसके बाद उन्होंने ट्वीट को डिलीट कर माफी मांग ली थी. बता दें कि रावल ने ट्वीट किया था कि हमारा चाय वाला आपके बार वाला से कहीं बेहतर है. हालांकि बाद में परेश ने माफी मांगते हुए ट्वीट डिलीट कर दिया था. उन्होंने कहा था कि ट्वीट को डिलीट कर दिया है, क्योंकि भाषा गलत थी. मैं भावनाएं आहत करने के लिए माफी चाहता हूं.दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ यूथ कांग्रेस की ऑनलाइन पत्रिका युवा देश के विवादास्पद ट्वीट के बाद बीजेपी का गुस्सा फूट पड़ा था.
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