Advertisement
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • UP विधानसभाः 367 चपरासी की पोस्ट और आवेदन मिले 22 लाख, डॉक्टर-इंजीनियर भी कतार में

UP विधानसभाः 367 चपरासी की पोस्ट और आवेदन मिले 22 लाख, डॉक्टर-इंजीनियर भी कतार में

यूपी विधानसभा में 367 चपरासी की पोस्ट के लिए 22 लाख लोगों ने आवेदन किया है. आवेदन करने वालों में 356 पीएचडी डिग्री धारक हैं. इतना ही नहीं, इंजीनियरिंग कर चुके आवेदनकर्ताओं की संख्या भी 10 हजार के पार हैं. आवेदन करने वालों में 11 हजार 688 बी. टेक और 1178 एम. टेक डिग्री धारक हैं. डेढ़ लाख ग्रेजुएट युवाओं ने भी चपरासी पद के लिए आवेदन किया है.

Advertisement
Peon Post
  • November 23, 2017 11:04 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

लखनऊः देश में बेरोजगारी का आलम यह है कि चपरासी की परीक्षा देने में हाई-क्वालिफाइड युवा भी पीछे नहीं है. ताजा मामला यूपी का है, जहां उत्तर प्रदेश विधानसभा की 367 चपरासी की पोस्ट के लिए कुल 22 लाख आवेदन आए हैं. इतनी बड़ी संख्या में आवेदन आने से विभाग के अधिकारी भी हैरान हैं. वहीं चपरासी की भर्ती के लिए आवेदन करने वालों की योग्यता जानकर आप भी दंग रह जाएंगे.

दरअसल यूपी विधानसभा में चपरासी पद के लिए आवेदन करने वालों में 356 पीएचडी डिग्री धारक हैं. इतना ही नहीं, इंजीनियरिंग कर चुके आवेदनकर्ताओं की संख्या भी 10 हजार के पार हैं. आवेदन करने वालों में 11 हजार 688 बी. टेक और 1178 एम. टेक डिग्री धारक हैं. डेढ़ लाख ग्रेजुएट युवाओं ने भी चपरासी पद के लिए आवेदन किया है.

गौरतलब है कि इसी विधानसभा में बैठने वाले नेताओं में 12 प्रतिशत अशिक्षित हैं. 33 प्रतिशत मैट्रिकुलेट, 23 प्रतिशत मैट्रिकुलेट से कम और 18 प्रतिशत ग्रेजुएट हैं. वहीं 83 विधायकों पर गंभीर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं. बताते चलें कि हाल में छत्तीसगढ़ में चपरासी की भर्ती के लिए 84 पदों के लिए 25 हजार लोगों ने आवेदन किया था.

पंजाब के जालंधर शहर में भी जिला अदालतों में चपरासी और सफाई कर्मचारी के 19 पदों पर भर्ती के लिए 9,500 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था. इन पदों के लिए आवेदन करने वाले ज्यादातर उम्मीदवार आईटी डिप्लोमा धारक, ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट थे. इतनी बड़ी संख्या में ओवर क्वालिफाइड लोगों द्वारा चपरासी और सफाई कर्मचारी पदों के लिए आवेदन किए जाने से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि सरकारी विभाग में एक अदद नौकरी पाने के लिए देश में कितनी मारामारी है. ये कड़वी हकीकत देश में बेरोजगारी के बढ़ते आंकड़ों की पोल खोलने के लिए शायद काफी होगी.

 

पिता थे सिविल कोर्ट में चपरासी अब बेटी बनी जज, परिवार चाहते हुए भी नहीं दे पा रहा खुशखबरी

 

 

Tags

Advertisement