प्रद्युम्न मर्डर केस में आरोपी बस कंडक्टर अशोक को कोर्ट से रिहाई मिलने के बाद वह देर रात घर लौट आया. अशोक की पत्नी ने कहा कि पुलिस ने अशोक को बेरहमी के मारा है, उन्हें उल्टा लटकाया और जुर्म कबूलने के लिए बेहोश भी किया.
गुरुग्रामः भोंडसी के रेयान इंटरनेश्नल स्कूल में प्रद्युम्न की हत्या के आरोपी कंडक्टर अशोक बुधवार को रिहाई के बाद देर रात अपने घर पहुंच गया. कंडक्टर अशोक ने घर लौटने पर मीडिया को धन्यवाद कहा है. वहीं अशोक की पत्नी का कहना है कि पुलिस ने अशोक को बेरहमी के मारा है, उन्हें उल्टा लटकाया और जुर्म कबूलने के लिए बेहोश भी किया. पुलिस ने अशोक के साथ क्रूरता की है. बता दें कि बस कंडक्टर 74 दिनों बाद बुधवार को जेल से बाहर आ गया। कोर्ट ने अशोक को 50,000 रुपये के निजी मुचलके पर बेल दी है। इस पैसे का भुगतान अशोक के गांववाले मिलकर कर रहे हैं। मंगलवार को ही अशोक को गुड़गांव सीजेएम कोर्ट ने जमानत दे दी थी। औपचारिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद बुधवार शाम उसकी रिहाई हो सकी.
अशोक की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा था कि सीबीआई ने अशोक को आरोपी नहीं बताया है. साथ ही सीबीआई अशोक के खिलाफ कोई सबूत भी पेश नहीं कर पाई. यह किसी के जीवन-मरण का सवाल है. उसे 50 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दी जाती है.बता दें कि पहले गुड़गांव पुलिस ने इस केस में अशोक को ही मुख्य आरोपी बताते हुए अरेस्ट किया था. सीबीआई जांच में केस का अलग पहलू सामने आया. सीबीआई ने प्रद्युम्न के स्कूल में पढ़ने वाले 11वीं के स्टूडेंट को हत्या का मुख्य आरोपी बनाया है.
हत्याकांड के सिलसिले में मंगलवार को दो ऑडियो भी वायरल हुए थे. इसमें अशोक के मुंहबोले मामा दावा कर रहा है कि अशोक के रिहा होती ही वह छात्र को रिहा कराने में मदद करेंगे. सूत्रों की मानें तो सीबीआई ने अशोक के इस मुंहबोले मामा को पूछताछ के लिए तलब किया है। अशोक की रिहाई का इंतजार कर रहे उसके परिवार का कहना है कि इस मुश्किल वक्त में भी उन्हें कानून और भगवान का भरोसा था.
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