मुंबई के वर्सोवा बीच को साफ करने वाले अफरोज शाह अब आगे से बीच की सफाई नहीं करेंगे. उन्होंने फेसबुक पर ऐसा न करने की वजह बताई. उन्होंने फेसबुक पर लिखा कि कुछ गुंडे उनके वालंटियर्स को परेशान कर रहे हैं. प्रशासन का रवैया बेहद ढीला है. हमारी टीम ने पूरी कोशिश की लेकिन हम फेल हो गए.
मुंबईः किसी समय बदसूरती में तब्दील हो चुके मायानगरी के वर्सोवा बीच को खूबसरत बनाने वाले अफरोज शाह अब बीच की सफाई नहीं करेंगे. स्थानीय गुंडों से परेशान होकर अफरोज और उनकी टीम ने वर्सोवा बीच की साफ-सफाई का काम बंद कर दिया है. अफरोज ने 19 नवंबर को अपने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा. अफरोज ने लिखा, ‘अब वर्सोवा बीच की सफाई खत्म. कूड़ा उठाने को लेकर हमारे वालंटियर्स के साथ कुछ गुंडों ने बदतमीजी की और उन्हें गालियां दीं. प्रशासन का ढीला रवैया, बीच साफ होने के बाद कूड़े को न उठाना और हमारे काम करने पर हमें गालियां मिलना. दुनिया के सबसे बड़े बीच की सफाई का काम अब सस्पेंड हो गया है. हमने पूरी कोशिश की लेकिन फेल हो गए. मैंने तुम्हें (वर्सोवा बीच) और देश को निराश किया है. मुझे माफ कर देना.’
बता दें कि अफरोज शाह पेशे से बॉम्बे हाई कोर्ट में वकील हैं. अक्टूबर 2015 से अफरोज शाह ने मुंबई के वर्सोवा बीच पर फैली गंदगी को साफ करने की शुरुआत की थी. जिस वक्त उन्होंने वर्सोवा बीच की सफाई का जिम्मा उठाया, उस वक्त वह शहर का सबसे गंदा बीच माना जाता था. अफरोज और उनकी टीम ने वर्सोवा बीच की तस्वीर बदल दी. अफरोज के साथ कई फिल्म अभिनेता भी बीच की साफ-सफाई के अभियान में हिस्सा ले चुके हैं. सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भी अफरोज के साथ मुंबई के इस बीच को साफ कर चुके हैं.
गौरतलब है कि वकील होने के साथ-साथ अफरोज पर्यावरणप्रेमी भी हैं. संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के तहत अफरोज को ‘चैंपियन ऑफ द अर्थ’ पुरस्कार से नवाजा जा चुका है. अफरोज यह पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले भारतीय हैं. पीएम नरेंद्र मोदी भी अफरोज के इस काम की तारीफ कर चुके हैं. दरअसल मोदी ने ‘मन की बात’ में कहा था, ‘मैं मुंबई के वर्सोवा समुद्र तट को साफ करने के प्रयासों के लिए अफरोज शाह और उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूं. अब वर्सोवा समुद्र तट स्वच्छ एवं खूबसूरत समुद्र तट में तब्दील हो गया है.’ फिलहाल प्रशासन की ओर से अभी इस बारे में कोई बयान नहीं आया है. अफरोज के इस फैसले से वर्सोवा बीच के आसपास रहने वाले लोगों में भी काफी निराशा है.
राज ठाकरे की महाराष्ट्र नव-निर्माण सेना की धमकी, बैंकों में मराठी भाषा में भी हो कामकाज