संसद के शीतकालीन सत्र के संचालन को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बहस के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने अबतक की सबसे भ्रष्ट सरकार दी है.
नई दिल्ली. सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र में वित्त मंत्री अरुण जेटली और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच अप्रत्यक्ष रूप से जमकर बहस हुई. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर गुजरात चुनाव की वजह से संसद शीतकालीन सत्र देर से बुलाने का आरोप लगाया. इसपर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पलटवार करते हुए इन आरोपों को गलत बताया है. मामले को लेकर जेटली ने प्रेस कांफ्रेस में कहा कि कांग्रेस हमपर आरोप लगा रही है जबकि वह खुद ऐसा कर चुकी है. जेटली ने कहा कि ‘‘अपने 10 साल के शासन में कांग्रेस ने सबसे भ्रष्ट सरकार दी है, जबकि नरेंद्र मोदी ने सबसे ईमानदार सरकार दी है. जोर से बोलकर किसी सच को झूठ करार देने से वह झूठ नहीं बन जाता.’’
दरअसल कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार और उसकी नीतियों पर जमकर हमला बोला. सोनिया ने मोदी सरकार के नोटबंदी और जीएसटी लागु करने के फैसले पर हमला बोलते हुए कहा है कि अपने इन फैसलों को गरीबों पर थोपकर उनके भविष्य को बर्बाद किया गया है.
सोनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अहंकार के लिए लोकतंत्र के मंदिर (संसद) को ताला लगा दिया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने जीएसटी के लिए आधी रात को सत्र बुलाया था लेकिन अब जवाब नहीं दे पा रही. सोनिया ने कहा कि अगर संसदीय लोकतंत्र नें अंधकार लाकर भी केंद्र सरकार जवाबदेही से बचना चाहती है तो ऐसा होने वाला नहीं है. वहीं सूत्रों के हवाले से खबर है कि केंद्र सरकार संसद के नवंबर के तीसरे सप्ताह में बुलाए जाने वाले शीतकालीन सत्र को दिसंबर के पहले सप्ताह के दस दिनों में बुलाने पर विचार कर रही है.
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