नेपाल में मंगलवार को आए भूकंप में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि 150 से अधिक लोग घायल हो गए. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस के प्रवक्ता कमल सिंह बाम ने कहा कि सिंधुपालचौक जिले के चौतारा कस्बे में चार, जबकि काठमांडू में तीन व्यक्तियों की मौत हो गई.
काठमांडू. नेपाल में मंगलवार को आए भूकंप में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि 150 से अधिक लोग घायल हो गए. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस के प्रवक्ता कमल सिंह बाम ने कहा कि सिंधुपालचौक जिले के चौतारा कस्बे में चार, जबकि काठमांडू में तीन व्यक्तियों की मौत हो गई.
इससे पहले समाचार चैनल बीबीसी की एक रपट में चार लोगों के मारे जाने की बात कही गई थी. बाम ने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना है, क्योंकि अन्य इलाकों से खबरें आनी अभी बाकी हैं. उन्होंने कहा कि हादसे में दर्जनों इमारतें धराशायी हो गई हैं.
पिछले महीने आए विशानकारी भूकंप से भारी तबाही झेल चुके नेपाल में आज आधे घंटे के अंतराल पर 7.3 और 6.9 तीव्रता के भूकंप के दो जोरदार झटके महसूस किए गए. इसके बाद कम तीव्रता के भूकंप के पांच अन्य झटके महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र काठमांडू से 60 किलोमीटर पूर्व में बताया गया है. समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक नेपाल के चौतारा में चार लोगों की मौत हो गई है. काठमांडू एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है.
भारत में भी राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों के अलावा बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल सहित पूरे उत्तर भारत में इस भूकंप के झटके महसूस किए गए. इन झटकों के चलते लोग दहशत में आ गए और घरों से बाहर निकल पड़े. भूकंप के झटकों के बाद दिल्ली मेट्रो की सेवा कुछ देर के लिए रोक दी गई.
कोलकाता में हजारों लोग अपने घर और दफ्तर से बाहर भागते हुए देखे गए. बिहार की राजधानी पटना में लोग अपने घरों से बाहर निकलकर खुले स्थान पर चले गए. इसी तरह की खबरें असम और दूसरे पूर्वी राज्यों से भी हैं. भूकंप के झटके चेन्नई तक महसूस किए गए. भूकंप के बाद दिल्ली सचिवालय के साथ ही कई सरकारी भवनों को तुरंत खाली करा लिया गया.