पुणे की सावित्री बाई फुले विश्वविद्यालय में गोल्ड मेडल पाने के लिए छात्रों को बेहद अजीब शर्ते दी गई हैं. पुणे यूनिवर्सिटी में एक सर्कुलर जारी कर कहा गया है कि अगर कोई भी छात्र गोल्ड मेडल पाने के लिए एप्लाई करना चाहता है तो वो कोई भी नशा न करता हो और शाकाहारी हो.
मुंबई. पुणे की सावित्री बाई फुले विश्वविद्यालय में गोल्ड मेडल पाने के लिए छात्रों को बेहद अजीब शर्ते दी गई हैं. पुणे यूनिवर्सिटी में एक सर्कुलर जारी कर कहा गया है कि अगर कोई भी छात्र गोल्ड मेडल पाने के लिए एप्लाई करना चाहता है तो वो कोई भी नशा न करता हो और शाकाहारी हो. दरअसल पुणे यूनिवर्सिटी ने गोल्ड मेडल पाने वालों बच्चों के लिए ऐसी शर्ते बनाकर एक सर्कुलर जारी किया है जिसमें से ये शर्ते छात्रों के लिए अनिवार्य है. इस सर्कुलर जारी होने के बाद छात्र इस फैसले का विरोध कर रहे हैं.
जब इस सर्कुलर की खबर पुणे यूनिवर्सिटी के बाहर फैल गई और छात्रों ने इस कदम का कड़ा विरोध किया. तब विश्वविद्यालय ने इस कदम का बचाव करते हुए कहा कि ये निर्देश व शर्तें पुणे यूनिवर्सिटी की ओर से नहीं है. इन शर्तों को मेडल देने वाले स्पॉन्सर ने रखी है. इस सर्कुलर जारी होने के बाद शिवसेना और एनसीपी ने भी इसका विरोध किया. आदित्य ठाकरे ने ट्वीटर पर भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की. ठाकरे का कहना है कि कोई व्यक्ति क्या खाए और क्या न इससा संबंध अपना फैसला होता है. विश्वविद्यालयों को केवल पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए.इस कदम की कड़ी निंदा करते हुए एनसीपी की नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने ट्वीट किया कि पुणे यूनिवर्सिटी का ये बेहद निराशाजनक निर्णय है. अपने राज्य की शिक्षा पर गर्व है, हमारे विश्वविद्यालयों को क्या हो गया है. प्लीज शिक्षा पर ध्यान दें, किसी के खाने पर नहीं.
पुणे यूनिवर्सिटी में जारी सर्कुलर की ये है शर्ते
1. छात्र को भारतीय संस्कृति और परंपराओं से अवगत हो.
2. गाना, डांस, रंगमंच और अन्य कलाओं में ख्याति प्राप्त हो.
3. छात्र को इंडियन और इंटरनेशनल खेल में मेडल मिले हों. योगा और व्यायाम करने वालों को प्राथमिकता मिलेगी.
4. छात्र को किसी तरह के नशे का आदि नहीं होना चाहिए और उसका शाकाहारी भी होना जरूरी है.
5. रक्तदान, श्रमदान, पर्यावरण संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण, स्वच्छता और एड्स के लिए जागरुक अभियानों का हिस्सा रहा हो .
6. 2016-17 के लिए विज्ञान छोड़कर बाकी स्ट्रीम के पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट ही अप्लाई कर सकते हैं.
7. स्टूडेंट को दसवीं, बारहवीं और ग्रेजुएशन में फर्स्ट या सेकंड क्लास में पास होना चाहिए.
8. पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट मौजूद नहीं होने पर ग्रेजुएट्स के नाम पर विचार किया जाएगा.
हे फर्मान मागे घ्या, अभ्यास व अभ्यास पडताळणीवर लक्ष्य द्या. "कोणी काय खावं ह्या पेक्षा, त्यांना अभ्यासानंतर नोकरी, रोजी रोटी कशी मिळेल, ह्यात लक्ष द्या.” pic.twitter.com/vpsSHxr4Fe
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) November 10, 2017
Shocking disappointing decision by Pune University – so proud of education in our state, What has happened to our universities . Please focus on Education not food.
— Supriya Sule (@supriya_sule) November 10, 2017