लखनऊ. सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. नूतन ठाकुर ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक मंत्री के बार-बार व्यक्तिगत अनुरोध के बावजूद राज्य कर्मचारी कल्याण निगम के अधिशासी निदेशक ए.के. उपाध्याय को बचाया है. नूतन ने कहा कि खाद्य और रसद राज्यमंत्री हेमराज वर्मा ने इसी वर्ष 16 फरवरी को उपाध्याय पर ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम पर कर्मचारियों का शोषण करने का गंभीर आरोप लगाया.
नूतन ने उपाध्याय पर 15 मेडिकल कॉलेजों में मेडिकल स्टोर खोले जाने में गंभीर अनियमितता बरतने का आरोप भी लगाया. मंत्री ने उस अफसर के लिए ‘भ्रष्ट, घूसखोर और अनुशासनहीन जैसे शब्दों का प्रयोग किया, लेकिन मुख्यमंत्री अखिलेश ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया.
नूतन ने कहा कि मंत्री ने मुख्यमंत्री से 5 मार्च को फिर अनुरोध किया, लेकिन कार्रवाई का आश्वासन तक नहीं दिया गया. इससे साफ है कि अखिलेश भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने में लगे हैं. नूतन ठाकुर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस संबंध में स्थिति साफ करने को कहा है.