नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ें, केंद्र बातचीत को तैयार: राजनाथ

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नक्सलियों को हिंसा का रास्ता छोड़ देना चाहिए, क्योंकि इससे किसी समस्या का हल नहीं हो सकता. हल बातचीत से निकल सकता है और केंद्र सरकार उनसे हर प्रकार के संवाद के लिए तैयार है. राजनाथ ने कहा कि पिछले कुछ सालों में नक्सलवाद समस्या की स्थिति में काफी सुधार हुआ है. जम्मू एवं कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर हो रही देरी पर केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि मिली-जुली सरकार बनाने में समय लगता है. "हमें पूरा भरोसा है कि बीजेपी-पीडीपी की जो सरकार बनेगी वह जनता की आकांक्षा के अनुरूप होगी."

Advertisement
नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ें, केंद्र बातचीत को तैयार: राजनाथ

Admin

  • April 3, 2016 3:36 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
लखनऊ. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नक्सलियों को हिंसा का रास्ता छोड़ देना चाहिए, क्योंकि इससे किसी समस्या का हल नहीं हो सकता. हल बातचीत से निकल सकता है और केंद्र सरकार उनसे हर प्रकार के संवाद के लिए तैयार है. राजनाथ ने कहा कि पिछले कुछ सालों में नक्सलवाद समस्या की स्थिति में काफी सुधार हुआ है. जम्मू एवं कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर हो रही देरी पर केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि मिली-जुली सरकार बनाने में समय लगता है. “हमें पूरा भरोसा है कि बीजेपी-पीडीपी की जो सरकार बनेगी वह जनता की आकांक्षा के अनुरूप होगी.” 
 
राजनाथ ने भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान की तरफ से आयोजित प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जागरूकता कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में इस साल केंद्र सरकार की तरफ से पूरे देश से 100 जिलों को शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर किसान को फसलों का बीमा कराने खातिर खरीफ की फसलों के लिए 2 फीसदी, रबी की फसलों के लिए 1.5 फीसदी और उद्यान व व्यावसायिक फसलों के लिए केवल 5 फीसदी का अंशदान देना होगा. 
 
लखनऊ, सीतापुर, उन्नाव, औरय्या, हरदोई व रायबरेली जिलों से आए किसानों, वैज्ञानिकों तथा अधिकारियों को संबोधित करते हुए राजनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में इस वर्ष देश के 100 जिलों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस साल के अंत तक इन जिलों की सिंचाई योजना तैयार हो जाएगी.

Tags

Advertisement