राज्यसभा में बुधवार को शून्यकाल के दौरान पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सदस्यों के बीच तीखी बहस हुई. उनके बीच यह बहस स्टिंग ऑपरेशन को लेकर हुई.
नई दिल्ली. राज्यसभा में बुधवार को शून्यकाल के दौरान पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सदस्यों के बीच तीखी बहस हुई. उनके बीच यह बहस स्टिंग ऑपरेशन को लेकर हुई.
तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने न्यूज पोर्टल के वीडियो की प्रमाणिकता पर सवाल उठाए, जबकि माकपा के सदस्यों ने जांच की मांग की. वीडियो में कथित रूप से एक निजी कंपनी की लॉबी के लिए कुछ तृणमूल नेताओं को पैसे लेते दिखाया गया है.
राज्य सभा में शून्य काल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए तृणमूल के सदस्य डेरेक ओ’ ब्रायन ने कहा, “हम लोगों को वीडियो की प्रमाणिकता को परखने की जगह इसके स्त्रोत का पता लगाना चाहिए.”
ब्रायन ने कहा, “टीवी चैनल भी जिम्मेवारी न लेते हुए वीडियो को दिखा रहे हैं. प्रौद्योगिकी के इस युग में कोई नहीं जानता है कि यह सही है या गलत.” ब्रायन ने स्टिंग करने करने वाली न्यूज पोर्टल कंपनी की साख पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि कंपनी का पता दुबई का है. उन्होंने दावा किया कि कंपनी को विदेश से धन मिलता है.
तृणमूल नेता ने कहा कि तथाकथित स्टिंग का वीडियो जारी होने के बाद कंपनी ने पांच टेलीफोन कॉल दुबई किए. ब्रायन ने कहा, “हमलोग चाहेंगे कि किसी भी तरह की जांच का अधिकार केवल पेशेवर पत्रकारों को ही होना चाहिए.”
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने सरकार से इस मामले में तुरंत जांच का आदेश देने की अपील की. उन्होंने कहा, “यह बहुत बड़ा घोटाला है.” उन्होंने इस मुद्दे पर सरकार और तृणमूल कांग्रेस के बीच ‘मैच-फिक्सिंग’ होने का अंदेशा जताया
माकपा सदस्य ने कहा, “यदि सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती है तो पीठ को सदन की मर्यादा की रक्षा के लिए जांच समिति के गठन का आदेश देना चाहिए.” येचुरी ने कहा, “जब तहलका टेप उजागर हुआ था (वाजपेयी सरकार के काल में) तो ममता बनर्जी और उनकी पार्टी के सदस्य सदन से बाहर चले गए थे.”
उल्लेखनीय है कि यह स्टिंग ऑपरेशन एक न्यूज पोर्टल ने किया है जिसमें कथित रूप से तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को एक निजी कंपनी की मदद के एवज में पैसे लेते हुए दिखाया गया है.
स्टिंग विवाद को लेकर संसद और उसके बाहर तृणमूल कांग्रेस बैक फुट पर है. वह संसद और उसके बाहर स्टिंग से जुड़े वीडियो की सत्यता पर सवाल उठा रही है. तीखी झड़प के दौरान तृणमूल और माकपा के सदस्य सदन के कूप तक पहुंच गए.
इस पर पीठासीन उप सभापति पी.जे. कुरियन ने तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों से कहा, “लड़ाई करने का मुद्दा क्या है जब येचुरी सिर्फ जांच की मांग कर रहे हैं. इस पर आपको क्या आपत्ति है?”