नई दिल्ली. हिट एंड रन केस में सलमान खान को 12 साल 7 महीने बाद सज़ा सुनाई गई तो मुकदमों के ट्रायल में होने वाली देरी एक बार फिर चर्चा में आ गई. आखिर फैसले में देरी से किसे न्याय मिला और क्या सलमान खान को इतने साल बाद सुधारने के लिए जेल भेजना जरूरी है.
नई दिल्ली. हिट एंड रन केस में सलमान खान को 12 साल 7 महीने बाद सज़ा सुनाई गई तो मुकदमों के ट्रायल में होने वाली देरी एक बार फिर चर्चा में आ गई. आखिर फैसले में देरी से किसे न्याय मिला और क्या सलमान खान को इतने साल बाद सुधारने के लिए जेल भेजना जरूरी है. 12 साल से भी ज्यादा लंबे समय तक इस केसा का ट्रायल चलने के बाद सलमान खान को जेल की सज़ा और तीन घंटे में बेल देना सवाल खड़े कर रहा है. दूसरी तरफ हादसे के पीड़ितों ने सलमान को सज़ा दिलाने की बजाय अपने लिए मुआवज़े को ज्यादा ज़रूरी बताया है. अब बहस छिड़ी है कि क्या देर से हुआ फैसला भी नाइंसाफी ही है? क्या सलमान को सुधारने के लिए इतने साल बाद जेल भेजना ज़रूरी है.