देश में असहिष्णुता को लेकर छिड़ी बहस के बीच अभिनेता अनुपम खेर ने बयान दिया है जो पूरे सोशल मीडिया पर तेजी से ट्रेंड कर रहा है. खेर ने यह भाषण एक एक कार्यक्रम के दौरान दिया जिसमें जस्टिस अशोक गांगुली, प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, सीनियर जर्नलिस्ट बरखा दत्त और मशहूर सोशलाइट सुहेठ सेठ भी मौजूद थे.
नई दिल्ली. देश में असहिष्णुता को लेकर छिड़ी बहस के बीच अभिनेता अनुपम खेर ने बयान दिया है जो पूरे सोशल मीडिया पर तेजी से ट्रेंड कर रहा है. खेर ने यह भाषण एक एक कार्यक्रम के दौरान दिया जिसमें जस्टिस अशोक गांगुली, प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, सीनियर जर्नलिस्ट बरखा दत्त और मशहूर सोशलाइट सुहेठ सेठ भी मौजूद थे.
जस्टिस गांगुली ने अफजल गुरु की फांसी को लेकर कहा था, “फांसी दिए जाने के तरीके पर मैं (पूर्व) न्यायाधीश के तौर पर बोल रहा हूं. उसकी दया याचिका तीन फरवरी को खारिज कर दी गई और फांसी नौ फरवरी को हुई. उन्होंने कहा कि यह गलत है. उसके पास इसे चुनौती देने का अधिकार था. परिवार का अधिकार था कि उन्हें इस बारे में सूचना दी जाती.”
जिसका खेर के तीखा विरोध करते हुए जवाब दिया कि मैं आपके बयान से हैरान हूं. यह शर्मसार और दुखी करने वाला है. आप सुप्रीम कोर्ट के फैसले को गलत ठहरा रहे हैं. यह बहुत दुख की बात है. यह कलंकित करने वाला है.
खेर ने कन्हैया को लिया आड़े हाथ
जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के परिषर में देशविरोधी कार्यक्रम से जुड़ने और नारेबाजी करने का खेर ने विरोध किया. उन्होंने कन्हैया के लिए कहा कि हम एक शख्स को हीरो बना रहे हैं जिसने 9 फरवरी की रात नारा लगाया था. भारत की बर्बादी का. वहां के नारे थे, अफजल हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं. क्या सुप्रीम कोर्ट के जज अफजल के कातिल थे? भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाअल्लाह इंशाअल्लाह… ये क्या था? आप सुप्रीम कोर्ट के फैसले को गलत ठहरा रहे हैं. अफजल पर फैसले को गलत बता रहे हैं.
बोले राहुल गांधी पर भी
खेर ने राहुल गांधी के लिए कहा कि अगर वे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दंसवे हिस्से के बराबर भी बन जाते हैं तो मेरा पहला वोट उन्हीं को जाएगा.