गुड़गांव. आरक्षण के लिए जाट आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के अलग-अलग मामलों में गुड़गांव में करीब एक हजार लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. एक अधिकारी ने बताया कि शहर के विभिन्नों थानों में एक समुदाय के लोगों के खिलाफ सड़क जाम करने पर करीब तीन दर्जन एफआईआर दर्ज कराई गई हैं.
कई लोगों के खिलाफ तो उनके नाम से एफआईआर दर्ज की गई है, लेकिन पुलिस ने विस्तृत जानकारी देने से इंकार कर दिया. चश्मदीदों ने पुलिस को बताया कि प्रदर्शन में भाग लेने वाले लोग सोने की चेन और अंगूठी पहन कर महंगी गाड़ियों में आए थे. वे सभी नौकरी में आरक्षण की मांग कर रहे थे.
सूत्र ने कहा कि गुड़गांव मिश्रित संस्कृति का शहर है. लेकिन, कुछ लोगों ने इस लघु भारत में कानून एवं व्यवस्था को खराब करने की कोशिश की. इनके खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं.
गुड़गांव के पुलिस आयुक्त नवदीप सिंह विर्क ने कहा, “हमने एफआईआर दर्ज की है. हम अभी इस मामले में और जानकारी नहीं दे सकते.” उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ जल्द कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
अधिकांश एफआईआर गलत तरीके से अवरोध उत्पन्न करने, सरकारी सेवकों के आदेशों की अवमानना करने से जुड़ी हैं. कुछ लोगों पर दंगा करने का भी आरोप लगा है। लेकिन, फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.