मुंबई. बॉलीवुड के ‘खलनायक’ संजय दत्त गुरुवार को जेल से रिहा हो गए है. रिहा होने के बाद संजय दत्त अपने परिवार के साथ घर पहुंचे जिसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की.
रिहाई के बाद पहली बार मीडिया से बातचीत में संजय दत्त ने कहा कि 23 साल से आजादी के लिए तड़प रहा था और अभी भी ऐसा लग रहा है कि मैं पैरोल पर बाहर आया हूं. आजाद होने का अहसास होने में समय लगेगा.
किया पिता सुनील दत्त को याद
इस बीच अपने पिता सुनील दत्त को याद करत हुए संजू ने कहा कि आज पिता की बहुत याद आ रही है और वे आज जिंदा होते तो बहुत खुश होते. अपने परिवार की तारीफ करते हुए संजू ने कहा कि मान्यता ने बुरे वक्त में साथ दिया और मैं परिवार के साथ वक्त बिताना चाहता हूं.
जेल में बिताया समय किया शेयर
30 महीने की सजा के बाद उन्होंने बताया कि जेल में उन्होंने कई काम किए जिसमें रेडिया जॉकी से लेकर बॉस की टोकरियां भी बनाई. इस दौरान पेपर बैग भी बनाए साथ ही नाटक में भी काम किया. रिहाई से पहले जेल में आखिरी रात में भी संजय सो नहीं पाए. इस दौरान संजय दत्त ने बताया कि जज ने भी मुझसे कहा था कि मैं कोई आतंकवादी नहीं हूं साथ ही जेल अधिकारियों ने ख्याल रखा और इज्जत भी दी.
बता दें कि 1993 में मुंबई में हुए धमाकों के मामले में अवैध बम रखने के दोषी संजय दत्त 16 मई 2013 से जेल में थे. संजय को 5 साल की सजा हुई थी, वह पहले ही 8 माह की सजा काट चुके थे.