जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार के साथ दिल्ली की एक अदालत में कथित तौर पर मारपीट की घटना के बाद बेगूसराय जिले में उनके पैतृक गांव बीहट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
नई दिल्ली. जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार के साथ दिल्ली की एक अदालत में कथित तौर पर मारपीट की घटना के बाद बेगूसराय जिले में उनके पैतृक गांव बीहट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
हालांकि सुरक्षा बढ़ाने के बाद कन्हैया के परिवारवालों ने ये कहते हुए सुरक्षा लौटा दी कि हमारे साथ समाज है पुलिस सुरक्षा की जरूरत नहीं है. कन्हैया की मां ने पुलिस प्रशासन पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा है कि जब कोर्ट परिसर में 400 पुलिसवाले उनके बेटे को नहीं बचा पाए तो हमारे परिवार को क्या बचा पाएंगे. कन्हैया की मां का ये भी कहना है कि उनका बेटा देशद्रोही नहीं है.
बेगूसराय जिले के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बीहट गांव में सादे लिबास में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है. बरौनी थाना अंतर्गत एफसीआई सहायक थाना के प्रभारी शैलेश कुमार ने गुरुवार को बताया कि बीहट गांव में पुलिस लगातार गश्त कर रही है. उन्होंने कहा कि गांव में किसी प्रकार का तनाव नहीं है, पर एहतियातन गांव में पुलिस गश्त बढ़ाई गई है.
बता दें कि देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कन्हैया को बुधवार को जब पटियाला हाउस अदालत में पेश किया गया था, तो कुछ लोगों ने उसके साथ मारपीट की थी. कन्हैया के पिता जयशंकर सिंह और उनकी मां मीना देवी अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बीहट गांव में रहते हैं.