नई दिल्ली. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली ने पटियाला हाउस कोर्ट परिसर में मीडियाकर्मियों पर हुए हमले की निंदा की. ये पत्रकार जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार से संबंधित मामले की सुनवाई कवर करने वहां गए हुए थे. जेटली ने कहा कि मीडिया को रिपोर्टिंग का निर्बाध अधिकार है.
जेटली ने एक ट्वीट में कहा, “मीडिया के पास रिपोर्टिग का निर्बाध अधिकार है. मीडियाकर्मियों पर हमला अत्यंत अनुचित और निंदनीय है.”
पटियाला हाउस अदालत में वकीलों के एक वर्ग ने कई पत्रकारों की पिटाई की. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की अदालत में पेशी होनी थी. जिन पत्रकारों की पिटाई की गई, उनमें फर्स्टपोस्ट के एक रिपोर्टर और नेटवर्क 18 के एक पत्रकार शामिल थे.
इसके पहले वकीलों के दो समूहों के बीच अदालत परिसर में नोक-झोक हुई. एक समूह कन्हैया कुमार का विरोधी था, दूसरा कुमार के वैधानिक अधिकारों का समर्थक था.
जिन वकीलों ने पत्रकारों पर हमला किया, वे जेएनयू के छात्रों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. उन छात्रों के खिलाफ जिन्होंने एक सप्ताह पूर्व भारत विरोधी नारे लगाए थे. वकीलों ने दो दिन पूर्व भी इसी अदालत परिसर में पत्रकारों पर हमला किया था.
बता दें कन्हैया कुमार को जेएनयू परिसर में नौ फरवरी को आयोजित एक कार्यक्रम में भारत विरोधी नारेबाजी के लिए गिरफ्तार किया गया है. कार्यक्रम संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी की बरसी पर आयोजित किया गया था.