नई दिल्ली. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. मनमोहन ने बीफ विवाद पर मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वह चुप क्यों हैं. उन्हें इस मुद्दे पर बोलना चाहिए. उनकी चुप्पी से जनता को लगेगा कि वह इस मुद्दे का समर्थन कर रहे हैं.
मनमोहन ने मोदी की नीतियों को धुमिल बताते हुए आगे कहा कि घटती तेल कीमत और अनुकूल वैश्विक स्थिति का लाभ उठाते हुए देश में निवेश बढ़ाने में सरकार विफल रही है. मनमोहन ने इंटरव्यू में कहा, “अर्थव्यवस्था उतनी अच्छी स्थिति में नहीं है, जितनी अच्छी हो सकती थी. जबकि हकीकत यह है कि आज की स्थिति यूपीए सरकार के दिनों से काफी बेहतर है.”
उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में तेल मूल्य प्रति बैरल 150 डॉलर तक पहुंच गया था. उन्होंने कहा, “आज यह प्रति बैरल 30 डॉलर पर है. इससे देश का भुगतान संतुलन सुधरा है और चालू खाता घाटा कम हुआ है.” उन्होंने कहा, “यह बड़े पैमाने पर देश में निवेश बढ़ाने का एक अवसर है.”
उन्होंने कहा कि अभी देश में निवेश की दर 32 फीसदी है, जबकि कांग्रेस के दिनों में यह 35 फीसदी थी. उन्होंने कहा, “यह सही है कि कांग्रेस सरकार के अंतिम दो साल में यह घट गया था, लेकिन हमारे समय में तेल मूल्य आसमान पर पहुंच गया था, जो अभी नहीं है.”
उन्होंने कहा, “लोग सरकार में भरोसा नहीं कर रहे हैं.” उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए है कि आम राय यह बन रही है कि सरकार ने अपने वादे पूरे नहीं किए हैं.