नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एक्सपर्ट कमेटी ने केरल के श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर के तहखाने वॉल्ट बी को खोलने के मांग की है. 2011 से शुरू हुए 5 तहखाने में संपत्ति की फेहरिस्त का काम कमेटी ने पूरा कर लिया है और वह अब बिना छुए हुए दरवाजों को खुलवाना चाहती है.
जानकारी के अनुसार वॉल्ट बी को अब तक नहीं खोल गया है क्योंकि शाही परिवार ने इसका विरोध किया था और अगर ये खुला तो अनर्थ हो जाएगा. बताया जा रहा है कि इस विवादास्पद कदम से न्यायपालिका और धार्मिक अधिकारियों के बीच मतभेद बढ़ सकता है.
16 वी शताब्दी का ये मंदिर तब चर्चा में आया था जब पांच साल पहले वॉल्ट ए खुला था जिसमें रखे खजाने की कीमत लगभग 1 लाख करोड़ आँकी गई थीं. मंदिर के नीचे 6 तहखाने है जिनमें से दो रोजाना पूजा के दौरान खुलते है जबकि दो 6 महीने पर एक बार. बचे दो ए और बी जिन्हें गुप्त तहखाना माना जाता है.
इससे पहले शाही परिवार ने वॉल्ट बी को खोलने का विरोध किया था और कहा था कि मंदिर का छठा तहखाना भगवान विष्णु के आसन के नीचे है. ऐसे में उस तहखाने को खोलना भगवान के इच्छा के खिलाफ होगा.
खास बात तो यह है कि अगर उस तहखाने को खोला गया तो जो विपदा आएगी वह सिर्फ खोलने वालों के उपर ही नहीं बल्कि इससे जुड़े तमाम लोगों को झेलना पड़ेगा. तर्क तो यह भी दिया जा रहा है कि भगवान को गुस्सा आया तो ऐसी आपदा आयेगी कि पूरी दुनिया स्वाहा हो जायेगी.
कमिटी की इस सिफारिश पर सुप्रीम कोर्ट में इस हफ्ते ही सुनवाई हो सकती है.