जम्मू. मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में सरकार को लेकर असमंजस जारी है. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अगर पीडीपी की अध्यक्षा महबूबा मुफ्ती मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहतीं तो बीजेपी से गठबंधन क्यों नहीं तोड़ देतीं, ताकि राज्य में नए सिरे से चुनाव करावाए जा सकें.
महबूबा पर उठाए सवाल
उमर ने कहा कि जिन समझौते पर उनके पिता ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, वह उसी पर आगे क्यों नहीं बढ़ रहीं. बता दें कि उमर ने यह बात महबूबा के दो दिन पहले बीजेपी से गठबंधन तोड़ने के संकेत देने के बाद कही है.
‘जनता को बताएं सच’
उमर ने कहा कि 10 दिन के भीतर महबूबा जम्मू-कश्मीर की जनता को बताएं कि कौन से समझौते हैं जिन पर वह सरकार चलाना चाहती हैं. उन्होंने आगे कहा कि महबूबा राज्यपाल को सूचित करें कि वह सरकार बनाना चाहती हैं या नहीं, ताकि विधानसभा भंग की जा सके और नए सिरे से चुनाव कराए जा सकें.
राज्यपाल शासन लागू
जम्मू-कश्मीर में महीने भर से राज्यपाल शासन लागू है. मोहम्मद सईद का 7 जनवरी को निधन हो गया था. इसके बाद से ही राज्य में राज्यपाल शासन लागू है. राज्यपाल एनएन वोहरा भी बीजेपी और पीडीपी को अल्टीमेटम दे चुके हैं, पर अब तक कोई सहमति नहीं बन पाई है.