नई दिल्ली. मच्छरों के काटने से पैदा होने वाले वायरस ज़ीका की वजह से ब्राज़ील में हज़ारों बच्चों के दिमाग को नुकसान पहुंचा है. फिलहाल ऐसी कोई दवा या इलाज मौजूद नहीं है जिससे ज़ीका से लड़ा जा सके. रिपोर्ट्स के मुताबिक इसे डेंगू और चिकनगुनिया की श्रेणी में ही रखा जाता है
जीका वायरस ऐसे करता है अटैक
दक्षिण अमेरिका से डेनमार्क लौटकर आए एक पर्यटक के ज़ीका वायरस के लिए किए गए परीक्षण में पॉज़िटिव निकलने पर यूरोप में ज़ीका का पहला मामला दर्ज हो गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल में हीं कहा था कि जीका वायरस कनाडा और चिली को छोड़कर अमेरिकी महाद्वीपों के प्रत्येक देश में फैल जाएगा.
इस वायरस से प्रभावित होने वाले लगभग 80 फीसदी लोगों में किसी भी खास तरह के लक्षण पैदा नहीं होते, जिसकी वजह से गर्भवती महिलाओं के लिए यह जानना कठिन होता है कि इनका उनपर असर हुआ है या नहीं.