मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर बढ़ाए जाने से खेती की जमीन डूब में आने के विरोध में चल रहे जल सत्याग्रह का गुरुवार को 20वां दिन होगा और इस दिन बड़ी संख्या में लोग जल सत्याग्रहियों का साथ देने पानी में उतरेंगे. बांध का जलस्तर 189 मीटर से बढ़ाकर 191 मीटर किए जाने के विरोध में घोगलगांव में 11 अप्रैल से जल सत्याग्रह चल रहा है.
खंडवा. मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर बढ़ाए जाने से खेती की जमीन डूब में आने के विरोध में चल रहे जल सत्याग्रह का गुरुवार को 20वां दिन होगा और इस दिन बड़ी संख्या में लोग जल सत्याग्रहियों का साथ देने पानी में उतरेंगे. बांध का जलस्तर 189 मीटर से बढ़ाकर 191 मीटर किए जाने के विरोध में घोगलगांव में 11 अप्रैल से जल सत्याग्रह चल रहा है.
बुधवार को डूब प्रभावितों का जल सत्याग्रह 19वें दिन जारी रहा. सत्याग्रहियों के स्वास्थ्य में लगातार गिरावट आ रही है, कई सत्याग्रहियों के पैरो में खून आ रहा है. सभी सत्याग्रहियों को खुजली व बदन दर्द की शिकायत है. शरीर का निचला भाग सुन्न हो रहा है. शरीर में लाल चकते उभर रहे हैं.
आंदोलन के प्रमुख और नर्मदा बचाओ आंदोलन के वरिष्ठ कार्यकर्ता आलोक अग्रवाल ने बताया कि जल सत्याग्रह के 19वें दिन अलग-अलग गांव से लोगों की घोगलगांव में एक सभा हुई. इस सभा में तय किया गया की गुरुवार को सत्याग्रह के 20वें दिन 30 अप्रैल को बड़ी संख्या में लोग पानी में उतर कर जल सत्याग्रह आरम्भ करेंगे और अपने हक की आवाज को बुलंद करेंगे. लोगों में सरकार की बेरुखी से भी रोष है. सत्याग्रहियों की मांग है कि पुनर्वास नीति और सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार उन्हें लाभ दिया जाए.
IANS