पटना. बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के प्रचार कमान संभालने वाले प्रशांत किशोर को बिहार सरकार ने तोहफा दिया है. नीतीश ने तोहफे में प्रशांत को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है. उनको सीएम के सलाहकार के रूप में नियुक्त किए गया है.
प्रशांत सीएम को नीतियों और योजनाओं के क्रियान्वयन से संबंधित सलाह देने का काम करेंगे. प्रशांत को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिए जाने संबंधित अधिसूचना गुरुवार को जारी कर दी गई है.
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के लिए रणनीति तैयार करने में अहम रोल निभाया था. इससे पहले उन्होंने लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की जीत तय करने के लिए बनाई गई रणनीति में मुख्य भूमिका निभाई थी. अब यही काम प्रशांत, नीतीश के सत्ता में आने के बाद करेंगे और उन ‘सात निश्चयों’ के क्रियान्वयन में रोल निभाएंगे जिसका वादा नीतीश ने चुनाव के दौरान किया था.
पंजाब में काग्रेस की संभालेंगे कमान
चुनावी रणनीति बनाने वाले प्रशांत किशोर बहुत जल्द पंजाब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के प्रचार अभियान की कमान भी संभालेंगे. पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह ने किशोर से बातचीत करके उन्हें चुनावी रणनीति बनाने की कमान सौंप दी है. इस मुलाकात में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के भतीजे मनप्रीत बादल ने भी अहम भूमिक निभाई थी. प्रशांत ने कुछ महीने पहले सोनिया गांधी से चर्चा भी की थी.
कौन हैं प्रशांत किशोर
37 वर्षीय प्रशांत किशोर यूनाइटेड नेशन्स में हेल्थ वर्कर रहे हैं. लेकिन 2011 में वे भारत लौटे और राजनीतिक पार्टियों के इलेक्शन कैंपेन और स्ट्रैटजी बनाने का काम करने लगे. बताया जाता है कि वे बिहार बॉर्डर से सटे यूपी के बलिया जिले के रहने वाले हैं. उन्होंने बीजेपी और नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर गुजरात में कैंपेन शुरू किया. 2012 में उन्होंने गुजरात विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए कैंपेन की कमान अपने हाथों में ली. उस दौर में प्रशांत, मोदी के साथ सीएम आवास में रहते थे.