पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में एक अप्रैल से हर हाल में शराबबंदी लागू होगी. इसके लिए उन्होंने सभी लोगों से सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि वे मद्य निषेध अभियान को सामाजिक आंदोलन बनाना चाहते हैं. पटना में ‘मद्य निषेध अभियान’ की शुरुआत करते हुए कहा कि बिहार में हर हाल में पूर्ण शराबबंदी लागू होगी परंतु यह चरणबद्ध होगी.
पूर्ण शराबंदी को लेकर वादाखिलाफी का आरोप लगाने वालों पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं हवा में बात नहीं करता. हवा में बात करने वालों को सभी लोग जानते हैं.”
उन्होंने कहा कि चरणबद्ध तरीके से शराबबंदी को लेकर काम किया जा रहा है. मीन-मेख निकालने वाले निकालते रहेंगे. देशी शराब के बाद विदेशी शराब की बिक्री पर भी रोक लगाई जाएगी. सब काम जल्दबाजी में ठीक नहीं होता है. आदमी औंधे मुंह गिर जाता है.
नीतीश कुमार ने एक बार फिर कहा कि महिलाओं की मांग पर उन्होंने शराबबंदी की घोषणा की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में जिन सात निश्चयों का जिक्र किया गया है, उसमें शराबबंदी भी शामिल था.
नीतीश ने इशारों ही इशारों में पुलिस अधिकारियों को भी शराबबंदी को लेकर नसीहत देते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि जहां गड़बड़ काम होता वहां के थानेदार को पता नहीं होता. उन्हें सब पता रहता है. बिहार में फोनधारकों की संख्या अधिक है. किसी ना किसी जगह से पुलिस महानिदेशक के पास फोन आ जाएगा. ऐसे में कार्रवाई नहीं करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी.
शराबबंदी की घोषणा को लेकर बेरोजगारों की संख्या बढ़ने की चर्चा करते हुए कहा कि उनके प्रति भी सरकार का ध्यान है. नीतीश ने कहा कि शराबबंदी लागू करने का मतलब कई समस्याओं को सुलझाना भी है, जो लागू करने के बाद इसमें आएंगी.