नेपाल में शनिवार को आए 7.9 तीव्रता वाले भूकंप में सोमवार तक मरने वालों की संख्या बढ़ कर 3,723 हो गई है, जबकि 6,313 लोग घायल हो गए हैं. इसके अलावा भूकंप के कारण हुए हिमस्खलन में दब कर माउंट एवरेस्ट के बेस कैंप में 19 पर्वतारोहियों की मौत हो गई, जबकि अभी भी 150 पर्वतारोही फंसे हुए हैं. इंडिया न्यूज़ के एडिटर इन चीफ दीपक चौरसिया भी इसी दौरान काठमांडू पहुंचे और वहां के हालातों का जायजा लिया.
काठमांडू/नई दिल्ली. नेपाल में शनिवार को आए 7.9 तीव्रता वाले भूकंप में सोमवार तक मरने वालों की संख्या बढ़ कर 3,723 हो गई है, जबकि 6,313 लोग घायल हो गए हैं. इसके अलावा भूकंप के कारण हुए हिमस्खलन में दब कर माउंट एवरेस्ट के बेस कैंप में 19 पर्वतारोहियों की मौत हो गई, जबकि अभी भी 150 पर्वतारोही फंसे हुए हैं. इंडिया न्यूज़ के एडिटर इन चीफ दीपक चौरसिया भी इसी दौरान काठमांडू पहुंचे और वहां के हालातों का जायजा लिया.
भूकंप से नेपाल यात्रा पर आए विदेशी पर्यटक भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. अनेक विदेशी नागरिक अभी भी फंसे हुए हैं, जिनमें भारतीय नागरिक भी शामिल हैं तथा कैनबरा में अधिकारियों ने बताया है कि नेपाल में अभी भी 300 आस्ट्रेलियाई नागरिक लापता हैं. इस बीच भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के विमान से शनिवार रात से अब तक काठमांडू से 1,935 भारतीय नागरिकों को स्वदेश पहुंचा दिया गया है. भारतीय रक्षा मंत्रालय के अनुसार, सोमवार शाम तक और लोगों के स्वदेश आने की संभावना है.’ऑपरेशन मैत्री’ के अंतर्गत चल रहा राहत एवं बचाव कार्य खराब मौसम के बावजूद जारी रहा.
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सितांशु कार ने मीडिया को बताया कि भारतीय वायुसेना का विमान और भारतीयों को लेकर नई दिल्ली आया तथा राहत सामग्रियों के साथ यह नेपाल लौटेगा. उन्होंने कहा, “अब तक भारतीय वायुसेना अपने 12 विमानों से 1,935 भारतीयों को काठमांडू से स्वदेश ला चुका है.” काठमांडू से 291 यात्रियों को लेकर सी-17 विमान दिल्ली पहुंचने वाला है.