नई दिल्ली. पठानकोट हमले में आतंकवादियों द्वारा सेना की वर्दी का इस्तेमाल करने के मद्देनजर भारतीय सेना ने कहा है कि आम लोग फैशन के लिए सेना की वर्दी या उससे मिलती-जुलती वर्दी न तो खरीदें और न ही पहनें. सेना ने युवाओं से फेसबुक-ट्विटर पर इसको लेकर जनजागरण अभियान चलाने की भी अपील की है.
सेना ने प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी, पुलिस और दूसरी पारा मिलिट्री फोर्सेज के जवानों से भी सेना की लड़ाकू वर्दी नहीं पहनने को कहा है. सेना ने वर्दी बेचने वालों को सेना की वर्दी को लेकर सतकर्ता बरतने और कपड़े बेचने वालों को सेना जैसी वर्दी बेचने से बचने को कहा है.
सेना के द्वारा जारी बयान में कहा गया है, “सेना की वर्दी को अनाधिकृत लोगों को बेचना गैरकानूनी है. सेना की वर्दी को लेकर ये गाइडलाइन जनहित में जारी की गई हैं ताकि हमें आतंकी हमलों को रोकने में मदद मिल सके.”
सेना ने पूर्व सैनिकों के परिवारवालों से भी उनकी वर्दी या सेना से जुड़े किसी और सामान का इस्तेमाल न करने की अपील की है. सेना ने युवाओं से अपील की है, “युवा सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके लोगों को जागरूक करें और एक अभियान चलाएं कि सेना की वर्दी या सामान का इस्तेमाल फैशन स्टेटमेंट नहीं है”.