पुणे. सामाजिक कार्यकर्त्ता अन्ना हज़ारे के ट्रस्ट भ्रष्टाचार विरोधी जन आंदोलन को चैरिटी कमिश्नर ने निलम्बित कर दिया है. कमिश्नर ने निलम्बन का कारण बताया कि किसी भी ट्रस्ट के नाम में भ्रष्टाचार शब्द का प्रयोग नहीं होना चाहिए इसलिए तुरंत इसका नाम बदलकर कुछ और रखा जाए.
इसके पीछे का तर्क है कि भ्रष्टाचार ख़त्म करने का काम सरकार का है. इसे कोई ट्रस्ट या दूसरा माध्यम खत्म नहीं कर सकता. अन्ना हजारे ने इस निलम्बन को चुनौती दी. अन्ना ने आयुक्त से अपील किया कि इस पर फिर से विचार करें. उन्होंने कहा कि अगर चैरिटी आयुक्त ने बात नहीं मानी तो मैं हाई कोर्ट जाऊंगा लेकिन ये नाम नहीं बदलूंगा.