नई दिल्ली. डीडीसीए में घोटाले का आरोप सात-आठ साल पुराना है. अब आम आदमी पार्टी इसे बीजेपी और वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ नए हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही है.
अरुण जेटली ने केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी के पांच नेताओं के खिलाफ मानहानि का केस भी दायर कर दिया है, लेकिन आम आदमी पार्टी कानूनी तौर पर लड़ने की बजाय मीडिया के जरिए डीडीसीए पर हल्ला बोलने में जुटी है.
पार्टी ने आज अरुण जेटली की दो पुरानी चिट्ठियां पेश कीं और आरोप लगाया कि अरुण जेटली ने दिल्ली पुलिस पर दबाव बनाकर डीडीसीए घोटाले की जांच रुकवा दी थी.
डीडीसीए प्राइवेट संस्था है और आम आदमी पार्टी या दिल्ली सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है. ऐसे में ये बड़ी बहस का मुद्दा है कि डीडीसीए विवाद में आम आदमी पार्टी अब अचानक क्यों कूदी?