क्लाइमेट चेंज: मार्च के बदले दिसंबर में ही आ गए आम के बौर

जलवायु परिवर्तन का असर आम के पेड़ों पर भी देखा जा रहा है. यूपी के कुछ इलाकों में आम के पेड़ों पर इसी समय बौर यानी मंजर आ गए हैं जबकि ये अमूमन मार्च के आस-पास आते हैं. पिछले साल भी आम के बौर समय से पहले ही आ गए थे.

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क्लाइमेट चेंज: मार्च के बदले दिसंबर में ही आ गए आम के बौर

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  • December 30, 2015 9:47 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
लखनऊ. जलवायु परिवर्तन का असर आम के पेड़ों पर भी देखा जा रहा है. यूपी के कुछ इलाकों में आम के पेड़ों पर इसी समय बौर यानी मंजर आ गए हैं जबकि ये अमूमन मार्च के आस-पास आते हैं. पिछले साल भी आम के बौर समय से पहले ही आ गए थे.
 
जानकारी के अनुसार मौसम में बदलाव के कारण दिसंबर महीने में ही आम के पेड़ों पर बौर आना शुरू हो गया है. मोदीनगर, मुरादनगर, हापुड़ में कई जगहों पर आम के पेड़ पर बौर आ चुके हैं.
 
वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसी गंभीर स्थिति लगातार बढ़ रहे तापमान की वजह से पैदा हुई है. किसानों का कहना है कि तीन साल से आम के पेड़ों पर बेमौसम बौर आ रहे हैं जिसके कारण आम के उत्पादन पर बुरा असर पड़ रहा है.

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