पटना. बिहार के दरभंगा में सड़क बना रही कंपनी के दो इंजीनियरों की हत्या में पता चला है कि कंपनी ने रंगदारी मांगने की शिकायत पुलिस से की थी लेकिन पुलिस ने गैंग को दबोचने में दिमाग लगाने पर कम ध्यान दिया और कंपनी के बड़े लोगों को सुरक्षा मुहैया कराकर काम पूरा मान लिया जिसका नतीजा ये हुआ कि दिनदहाड़े गोली चली और दो इंजीनियर मारे गए.
सूत्रों के मुताबिक स्टेट हाइवे बना रही इस कंपनी से पिछले कुछ समय से क्रिमिनल रंगदारी की मांग कर रहे थे. कंपनी ने इसकी सूचना पुलिस को भी दी थी. पुलिस ने कंपनी के कुछ लोगों को सुरक्षा गार्ड मुहैया कराया और कर्तव्य की इतिश्री मान ली. कायदे से रंगदारी मांगने वालों को पकड़ने तक पुलिस को इसे ठंडे बस्ते में नहीं डालना चाहिए था.
बिना गार्ड काम करने वालों को निशाना बनाया क्रिमिनल ने
नतीजा ये हुआ कि रंगदारी मांग रहे गैंग ने रंगदारी की मांग पूरी नहीं होने पर कंपनी के उन लोगों को निशाना बनाया जो बिना सुरक्षा गार्ड के साइट पर काम करते हैं. शनिवार की दोपहर कंपनी की साइट पर एक बाइक पर सवार चार अपराधियों ने गोलियों की बरसात करके दो इंजीनियरों की जान ले ली.
सूत्रों की मानें तो इस हत्याकांड में उत्तर बिहार के कुख्यात संतोष झा गैंग का हाथ है जिसे शूटर मुकेश पाठक ने अंजाम दिया है. संतोष झा को बिहार STF ने कोलकाता से गिरफ्तार किया था और वो अभी जेल में बंद है.
6 लोग हिरासत में लेकिन कोई हत्यारा अब तक नहीं पकड़ा गया
हत्या के बाद हरकत में आई पुलिस ने इस समय 6 लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ चल रही है लेकिन सूत्रों का कहना है कि हत्या में सीधे तौर पर शामिल चार अपराधियों में कोई भी अब तक नहीं पकड़ा जा सका है.
संयोग देखिए कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में आज ही पथ निर्माण विभाग के काम की समीक्षा कर रहे थे और दरभंगा में सड़क बना रही कंपनी के दो इंजीनियर की हत्या कर दी गई. बताया जा रहा है कि करीब साढ़े सात सौ करोड़ रुपये की लागत से BSC & CMC नाम की कंपनी बहेड़ी-बेनीपुर के बीच सड़क बना रही है.