काबुल. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अफगान संसद की नई इमारत का उद्घाटन किया. उन्होंने संसद को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लोग हमारी यात्रा से जल रहे हैं. वो नई चाहते कि भारत-अफगान की दोस्ती हो. पीएम मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान में लोकतंत्र मजबूत हो रहा है इसलिए हमे बुलेट को बैलेट से हराना होगा. उन्होंने कहा कि अफगान संसद की ये इमारत भारत और अफगानिस्तान के बीच मजबूत होने संबंधों का प्रतीक है.
पीएम मोदी ने कहा कि अफगानिस्तानी संसद में अटल ब्लॉक भी है और इससे अच्छा दिन इस संसद के उद्घाटन के लिए हो नहीं सकता था, क्योंकि आज अटल जी का जन्मदिन है, जिन्होंने आपके पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई के साथ मिलकर इस संसद का सपना देखने की शुरुआत की थी.
भारत मेडिकल, सेटेलाइट, सुरक्षा क्षेत्र और युवाओं को ट्रेनिंग देता रहेगा. यहां के लोगों ने भारतीयों की रक्षा के लिए जान दी है. भारत और अफगानिस्तान कभी एक दूसरे खिलाफ नहीं हुए. भारत मजबूत अफगानिस्तान के लिए काम करता रहेगा. हम अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह निभाएंगे.
उन्होंने आगे कहा कि अफगानिस्तान के छात्रों को स्कॉलरशिप और दूसरी सुविधाओं को देकर हम एक नया इतिहास बनाने की कोशिश कर रहे हैं. पीएम मोदी ने अफगानिस्तान सुरक्षा बलों के शहीद परिवारों के लिए 500 नई स्कॉलरशिप और 1000 पुरानी स्कॉलरशिप को जारी रखने का वादा किया. उन्होंने अफगानी युवाओं से अपील की है कि वे आतंकवाद की जगह सुचना प्रौधोगिकी का हिस्सा बनें.
पाकिस्तान का नाम लिए बगैर पीएम ने कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं जो नहीं चाहते हैं भारत-अफगानिस्तान की तरक्की में योगदान दे सके, लेकिन मुझे खुशी है कि आप लोगों की विश्वास की जगह से हम अफगानिस्तान में बेहतर ढ़ंग से काम कर रहे हैं. अफगानिस्तान की तरक्की के लिए ये बेहद जरूरी है कि पड़ोस के मुल्क में आतंकवाद की नर्सरी पर लगाम लगे और ये काम आतंक के स्कूलों को बंद किए बगैर नहीं हो सकता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ही दो दिवसीय रूस यात्रा संपन्न करने के बाद अब अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पहुंचे हैं. उनका यहां राजकीय स्वागत किया गया, जिसके बाद गनी ने राष्ट्रपति भवन में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. दोनों नेता एक-दूसरे से गले मिलते दिखाई दिए.